नई दिल्ली। सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण अक्टूबर में वेज और नॉन-वेज दोनों तरह का घर में बना खाना महंगा हो गया। बुधवार को रेटिंग एजेंसी क्रिसिल की एक रिपोर्ट में बताया गया कि वेज थाली की कीमत पिछले साल अक्टूबर की तुलना में 20 प्रतिशत बढ़कर 33.3 रुपये प्रति प्लेट हो गई। जबकि सितंबर में इसकी कीमत 31.3 रुपये से ज्यादा थी, सितंबर में भी महंगे खाने की मुख्य वजह से सब्जियों की बढ़ी हुई कीमतें थीं। मासिक ‘रोटी चावल दर’ रिपोर्ट के मुताबिक, अक्टूबर में प्याज की कीमतों में सालाना आधार पर 46 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जबकि आलू की कीमतें 51 प्रतिशत बढ़ीं। आलू और प्याज की कीमतों में हुई इस भारी बढ़ोतरी की मुख्य वजह बारिश थी, जिसके कारण आवक कम हुई और महाराष्ट्र और कर्नाटक में फसल भी प्रभावित हुई।
टमाटर की कीमतों में दोगुना से भी ज्यादा बढ़ोतरी
रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि टमाटर की कीमतें एक साल पहले की समान अवधि के 29 रुपये प्रति किलोग्राम से दोगुनी होकर 64 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई हैं, क्योंकि बारिश के कारण आवक प्रभावित हुई है। मध्य प्रदेश, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश से सप्लाई शुरू होने के साथ नवंबर से टमाटर की कीमतें स्थिर होने की संभावना है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सब्जियों की कीमतों का कुल थाली लागत में 40 प्रतिशत भारांश होता है और इसलिए उतार-चढ़ाव ने कुल लागत को प्रभावित किया है।