नई दिल्ली। आज का जमाना डिजिटल का है इसलिए सभी क्षेत्रों का डिजिटलीकरण किया जा रहा है, जिसके तहत अब ड्रायविंग लायसेंस को भी डिजिटल बनाया जाएगा। अगले महीने से नए लायसेंस बनाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसमें कई तरह के बदलाव किए जा रहे हैं जिससे वाहन चालकों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
अगर आपके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है और बनवाने का सोच रहे हैं तो ये खबर आपके लिए बेहद जरूरी हो सकती है. अगले महीने से नए ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना थोड़ा मुश्किल हो जाएगा । इसकी वजह यह है कि दिल्ली में जनवरी के आखिर तक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक ऑटोमेटिक हो जाएंगे । दिल्ली में कुल 13 ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक हैं और अब तक 12 ऑटोमैटिक हो चुके हैं।
दिल्ली में सिर्फ एक ट्रैक पर ड्राइविंग टेस्ट अभी भी मैन्युअल तरीके से किए जाते हैं । दिल्ली के बाद कुछ राज्यों में भी ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक की व्यवस्था हो सकती है । ऑटोमैटिक ट्रैक पर ड्राइविंग टेस्ट पास करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है, क्योंकि यहां पूरी प्रक्रिया सीसीटीवी कैमरे और सेंसर की निगरानी में होती है । बावजूद ड्राइविंग टेस्ट ऑटोमेटिक होने के बहुत सारे फायदे हैं ।