अंकित सोनी@सूरजपुर। जिले का प्रतापपुर एवं प्रेमनगर विधानसभा कई वर्षो से हाथी की समस्या झेल रहा है। ऐसे मे जहां अलग अलग दलो मे यहाँ अक्सर हाथियों की आमद इस क्षेत्र में बनी रहती है। वही बीते दिनो प्रेमनगर समेत दर्जन भर गांव मे हाथियों कि मौजुदगी ने ग्रामीणों मे दहशत फैला रखा है। हाथियों ने जहां कई एकड़ धान के फसलों को भी नुकसान पहुंचाया है। विधानसभा चुनाव मे हाथी प्रभावित इलाके जिला प्रशासन के लिए मतदान के दिन चुनौती खड़ी करते नजर आ रही है।
सूरजपुर जिले का प्रतापपुर और प्रेमनगर विधानसभा जहां हाथियों कि समस्या और ग्रामिणो के जान माल का नुकसान कोई नई बात नहीं है, लेकिन यह विधानसभा चुनाव कि सरगर्मीया केवल नगर निकाय इलाकों तक ही सीमित रह गई है। हाथी प्रभावित इलाको मे कांग्रेस हो या भाजपा या किसी भी दल के प्रत्याशी जाने से कतराते नज़र आ रहे हैं। हाथियों का दहशत केवल नेताओं मे ही नहीं बल्कि वन विभाग और जिला प्रशासन मे भी है
जिसका उदाहरण बीते दिनो प्रेमनगर समेत दर्जन भर गांव मे देखने को मिला। हाथियों के दहशत को कम करने के तमाम उपाय करता जिला प्रशासन नज़र आ रहा है, लेकिन जमीनी हकीकत ठीक विपरीत नज़र आ रही है। क्योंकि इन पहलों का कोई नतीजा निकल कर सामने नही आ रहा है। विधानसभा चुनाव मे हाथी प्रभावित इलाको मे मतदान केंद्रों मे मतदान दल व ग्रामिणो कि सुरक्षा इस समय प्रशासन के लिए एक बङी चुनौती होगी।