Lok Sabha Chunav 2024 कांग्रेस के 15 नेता राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मौजूदगी में मंगलवार को जोधपुर में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। शर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस पर तंज कसा।
उन्होंने कहा कि जिस पार्टी का कोई भविष्य नहीं है, उसके साथ कोई नहीं रहना चाहता। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘पहले कहा जाता था कि कांग्रेस की नाव में छेद है। लेकिन अब उनकी पूरी नाव डूब रही है। डूबती नाव में कौन बैठना चाहेगा?’’उन्होंने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस नेता आ रहे हैं, ऐसा लगता है कि भाजपा न केवल राज्य की सभी 25 सीटें जीतेगी, बल्कि भारी अंतर से जीतेगी।
भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं में पप्पूराम दारा, मारवाड़ राजपूत महासभा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी हनुमान सिंह खांगटा और गोटन (नागौर) के सरपंच और सचिन पायलट के विश्वासपात्र सुरेश गुर्जर शामिल हैं। विधानसभा चुनाव के बाद से गहलोत के प्रति निष्ठावान माने जाने वाले कई नेता पार्टी छोड़ चुके हैं।
ऐसे नेताओं में पूर्व महापौर रामेश्वर दाधीच और रीको के पूर्व निदेशक (स्वतंत्र) सुनील परिहार भी शामिल हैं। उनके अलावा कुछ अन्य लोग भी धीरे-धीरे खुद को पार्टी गतिविधियों से दूर करते नजर आ रहे हैं। इस बीच, पूर्व सांसद एवं विधायक मानवेंद्र सिंह जसोल और शेओ से विधायक रवींद्र सिंह भाटी ने भी मुख्यमंत्री शर्मा से मुलाकात की। दोनों की बंद कमरे में शर्मा से संक्षिप्त मुलाकात हुई। कयास लगाए जा रहे हैं कि वे भी एक-दो दिन में भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
उदयपुर की उड़ान में भाटी भी शर्मा के साथ थे। इससे इन अटकलों को बल मिला कि वह अब भाजपा के लिए खतरा नहीं हैं क्योंकि उन्होंने पहले यह घोषणा करके संकेत दिया था कि वह बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं। भाटी ने कहा, ‘‘बैठक सकारात्मक रही और आगे भी नतीजे सकारात्मक रहेंगे। मैं उन लोगों से बात करूंगा जो मुझे यहां लेकर आये हैं और फिर जल्द ही आपके सामने आऊंगा।’’
इससे पहले शर्मा केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत व अन्य नेताओं के साथ एक होटल पहुंचे और जोधपुर, पाली, बाड़मेर जैसलमेर, और जालोर-सिरोही के लोकसभा प्रभारियों, सहप्रभारियों, संयोजकों व कार्यसमिति सदस्यों के साथ बैठक की अध्यक्षता की। लोकसभा की तैयारियों पर चर्चा के लिए हुई यह बैठक करीब एक घंटे तक चली।