रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आरोपों का फेसबुक पोस्ट के जरिए सिलसिलेवार जवाब दिया है। उन्होंने लिखा है…सवालों से बचना-भागना कायरता है और हम “भाजपा” नहीं, कांग्रेस हैं- छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी ने कोरबा में नवा छत्तीसगढ़ सरकार के ऊपर कई आरोप लगाए, कई गलत तर्क प्रस्तुत किए, कई वक्तव्य दिए, कई दावे भी किए। हालाँकि सभी आरोप बिना होमवर्क के सुनाई देते हैं, संभवतः भाजपा का प्रदेश नेतृत्व अपने नेता को गुमराह कर रहा होगा। राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप तो हिस्सा हैं लेकिन आरोपों से बचना कायरता है।
हम “कांड” वाली भाजपा सरकार नहीं बल्कि “काम” वाली कांग्रेस सरकार हैं। इसलिए मैं हर आरोप का जवाब स्वयं दे रहा हूँ:
वक्तव्य- 2024 में नरेंद्र मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाना है तो छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनानी होगी।
जवाब- माननीय गृहमंत्री जी, आपने वह कहावत तो सुनी ही होगी- न नौमन तेल होगा, न राधा नाचेगी।
आपको भी यह अच्छी तरह पता है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा का क्या हाल है। आपकी पार्टी ने और आपकी पार्टी के नेताओं ने 15 साल तक छत्तीसगढ़ को बहुत ठगा, अब यहां के लोग ठगाने वाले नहीं हैं। किसानों को आपकी पार्टी ने झूठे आश्वासन दिए, झूठे वादे किए, आप लोगों के सारे झूठ किसानों को याद हैं। जंगल के वासियों और आदिवासियों के साथ किस तरह के अत्याचार हुए, वे लोग इस बात को भी नहीं भूले हैं। जल-जंगल-जमीन के मालिक होने के बाद भी वे गरीबी में ही जीने के लिए मजबूर हुए। कांग्रेस को छत्तीसगढ़ में कामकाज संभाले अभी केवल 4 साल ही हुए हैं, इन थोड़े दिनों में ही यहां के लोगों ने कांग्रेस और भाजपा की कथनी-करनी के फर्क को समझ लिया है।
रही बात मोदी जी की, तो यहां के लोगों ने मोदी जी कि नीति-रीति को भी अच्छी तरह देख-समझ लिया है। काले कानून और किसान आंदोलन के दमन को यहां के लोग भी कभी नहीं भूल पाएंगे।
वक्तव्य- प्रभु श्री राम के ननिहाल में आया हूँ। कर्मा माता, राजिम माता सबको प्रणाम करता हूँ।
उत्तर- बहुत अच्छी बात है कि आपको इस बात की याद आई कि छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल है। अब तो आपको यह भी याद आता होगा कि भगवान राम ने वनवासकाल के 14 सालों में से 10 साल इसी छत्तीसगढ़ में गुजारे थे। लेकिन मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि छत्तीसगढ़ में 15 साल तक शासन करने के बाद आपकी सरकार ने भगवान राम की इस पुण्यभूमि के लिए किया क्या ? आप लोग सिर्फ अयोध्या पर ही अटके रहे, क्योंकि आपके लिए वह राजनीतिक मुद्दा था। छत्तीसगढ़ के रग-रग में प्रभु राम बसते हैं। वे यहां की संस्कृति में बसे हुए हैं। आप लोगों ने केवल और केवल इस पुण्य धरा को अपमानित किया। आप लोगों को केवल राजा राम याद रहे, हम लोग वनवासी राम को भी भजते हैं। आप लोगों को राम की आक्रमकता रही, हम लोग उनकी दयालुता, मिलनसारिता और सम-दृष्टि को अपने में आत्मसात किए हुए हैं। राम वन गमन पर्यटन परिपथ परियोजना हमारी सरकार ने बनाई, आपकी सरकार ने क्या किया।
अच्छी बात है कि है कि आपको कर्मा माता, भक्तिन महतारी राजिम दाई की याद आई। क्या आप भूल गए कि आपकी सरकार ने ही राजिम मेले का नाम बदलकर कुंभ मेला करने का काम किया था। राजिम दाई का ऐसा अपमान यहां के लोग कैसे भूल सकते हैं।
दावा- 15 साल भाजपा की सरकार छत्तीसगढ़ को बीमारू राज्य से विकसित राज्य की ओर ले गई।
उत्तर- भाजपा सरकार ने जब कामकाज संभाला तब राज्य निर्माण को केवल 03 साल हुए थे, और आप कह रहे हैं कि छत्तीसगढ़ बीमारू राज्य था। शुरुआती तीन साल नये राज्य के विकास की अधोसंरचना तैयार करने के साल थे। छत्तीसगढ़ राज्य सभी तरह के संसाधनों और संभावनाओं से भरपूर राज्य था, लेकिन आपकी सरकार ने 15 साल तक न तो इन संसाधनों का सही उपयोग किया और न ही संभावनाओं का दोहन किया। 15 सालों में भाजपा सरकार ने सिर्फ और सिर्फ वही काम किए जिनमें कमीशन की गुंजाइश होती थी, आम किसानों, जंगल के वासियों, आदिवासियों के साथ केवल और केवल छल किया। यदि आपके राज्य में इन वर्ग के लोगों को उनके पसीने की कीमत नहीं मिल पाई, उनके अधिकार नहीं मिल पाए, तो आप कैसे कह सकते हैं कि आपने छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बना दिया। आपको यह याद रखना चाहिए कि छत्तीसगढ़ किसानों और आदिवासियों का प्रदेश है, यदि किसान और आदिवासी ही बीमार रहेंगे तो फिर छत्तीसगढ़ विकसित राज्य कैसे कहा जा सकता है। किसानों और आदिवासियों तक समाजिक और आर्थिक न्याय पहुंचाने का काम कांग्रेस ने किया। आज किसानों और जंगल के वासियों के जीवन में कैसा बदलाव आया है इसे यहां के किसानों और वनवासियों को बताने की जरूरत नहीं है। और याद रखिए कि रमन सिंह सरकार जब विदा हुई तो छत्तीसगढ़ देश का सबसे ग़रीब राज्य ही था।
दावा- पैर में चप्पल से लेकर घर में बिजली तक पहुँचाने का काम हमने किया।
उत्तर- यहां के आदिवासियों को बहुत अच्छी तरह याद है कि चप्पल बांटने के नाम पर आपकी सरकार आदिवासियों के साथ कैसा मजाक करती थी। उन्हें अच्छी तरह याद है कि अलग-अलग पैरों के लिए किस तरह अलग-अलग चप्पल बांटे जाते थे। आप सुकमा और गरियाबंद जैसे इलाकों के गांव वालों से पूछिए कि आपकी सरकार के कार्यकाल में उन्हें कितनी बिजली मिलती थी। ऐसे गांवों तक बिजली की लाइनें तक पहुंच नहीं पाई थी। दुर्गम से दुर्गम इलाकों तक बिजली पहुंचाने का काम हमारी सरकार ने किया। आज यदि अबूझमाड़ जैसे इलाकों के किसान सौर-बिजली का लाभ उठा पा रहे हैं, तो यह काम हमारी सरकार ने किया है, न कि आपकी सरकार ने।
दावा- डबल इंजन की सरकार रहेगी तो राज्य का तेजी से विकास होगा।
उत्तर- डबल इंजन का जुमला छत्तीसगढ़ के लोगों ने पहले भी सुना है और साक्षात भोगा भी है। छत्तीसगढ़ की ट्रेन में यह डबल इंजन अलग-अलग दिशाओं में लगा था और ट्रेन को अलग-अलग दिशा में खींचता था। उस दुःस्वपन्न हो यहां के लोग फिर दोहराना नहीं चाहेंगे। वे जानते हैं कि किसानों का बोनस कौन रोकता है, मनरेगा का भुगतान कौन रोकता है और जीएसटी को लेकर परेशान कौन करता है।
आरोप- भाजपा ने आदिवासी व पिछड़े वर्ग के लिए काम किया कांग्रेस केवल बात करती है।
उत्तर- माननीय गृहमंत्री जी, कृपा कर मजाक मत कीजिए। यहां के आदिवासी और पिछड़े वर्ग के लोग अच्छी तरह देख रहे हैं कि कांग्रेस द्वारा पारित कराए गए आरक्षण विधेयक का राजभवन में क्या हश्र हो रहा है। यह बात किसी से छिपी हुई नहीं है कि राज्यपाल भारतीय जनता पार्टी के प्रभाव और दबाव में ही आरक्षण विधेयक को लटाए हुए हैं। कृपाकर उन तक संदेश पहुंचाइए कि यह भारतीय जनता पार्टी के हित में नहीं है, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर बेनकाब हो चुकी है।
आरोप- छत्तीसगढ़ में हमारी सरकार आई तो भूपेश को देना होगा पाई-पाई का हिसाब।
उत्तर- मेरा कार्यकाल खुली किताब है। हम यहां के लोगों को बिना मांगे ही पाई-पाई का हिसाब देते आए हैं। फिलहाल तो रमन सिंह से उनके कार्यकाल का हिसाब मांगिए। रायपुर के स्काई वॉक घोटाले का, खाद्यान्न घोटाले का, मोबाइल घोटले का क्या हिसाब है उनके पास। हमारी सरकार ने चार साल में गरीबों और वंचित समाज के लोगों के बैंक खातों में डेढ़ लाख करोड़ रुपए सीधे पहुंचाए हैं। आपकी सरकार ने क्या किया ? राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना, सुराजी गांव योजना, लघु वनोपज खरीदी जैसी योजनाओं में हमने पैसे खर्च किए हैं, जिनका सीधा लाभ वंचित वर्ग के लोगों को मिलता है। आपकी सरकार ने वहीं पर पैसे खर्च किए जहां पर मोटा कमीशन मिलता था। शहरों को आप लोगों ने केवल और केवल शो रूम बना कर रख दिया था। आज हमारे गांवों में भी समृद्धि की चमक है और हमारे शहरों के बाजार भी गुलजार हैं। केवल चार साल में हमने कोई जादू नहीं किया है, ईमानदारी से ऐसी नीतियों का निर्माण किया जो छत्तीसगढ़िया लोगों की उम्मीदों को पूरी करने वाली हैं।
वक्तव्य- भूपेश भैया चुनाव आ गया है जनता को क्या जवाब दोगे?
उत्तर- जनता तो जवाब आपसे मांगेगी कि भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री के रूप में जो काम केवल चार साल में करके दिखा दिए, उन्हें आपकी सरकार 15 सालों में क्यों नहीं कर पाई। जवाब देने की तैयारी आपको करनी चाहिए। मुझे मालूम है कि आप लोगों के पास इसका कोई जवाब नहीं है।
आरोप- चाउर वाले बाबा ने दिया चावल, कांग्रेस वाले बाबा खा रहे हैं।
उत्तर- नान घोटाला, धान घोटाला, चिटफंड घोटाला, पनामा घोटाला का खलनायक कौन है, यह भी आपको बताना चाहिए। तभी पता चल सकेगा कि गरीबों का राशन और गरीबों की कमाई कौन खा जाता था। आपकी सरकार में फर्जी चिटफंड कंपनियों को किन संरक्षण प्राप्त था। आपकी सरकार के कार्यकाल में चिडपंड कंपनियों के ठगी के शिकार हुए लोगों को 40 करोड़ रुपए वापस दिलाने का काम हमारी सरकार ने किया।
आरोप- भूपेश सरकार ने बलात्कार बढ़ाने का काम किया, खून ख़राबा बढ़ाने का काम किया, आदिवासियों के जंगल काटने का काम किया।
उत्तर- आप जरा अपनी रमन सरकार के और हमारी सरकार के कार्यकाल के आंकड़े हाथ में लेकर बात कीजिए। हमारे कार्यकाल में अपराध पूरी तरह नियंत्रित रहे हैं। अपराधी तुरंत पकड़े गए हैं। आपकी सरकार के कार्यकाल में अपराधियों को सरकार का संरक्षण प्राप्त था। एनसीआरबी ने 2021 में अपराधों के जो आंकड़े जारी किए उनसे स्पष्ट है कि प्रदेश में भाजपा के शासन काल की तुलना में हमारे शासन काल में अपराधों में कमी आई है।
आरोप- हमने जनजातीय गौरव को सम्मान दिया, आदिवासी बहन द्रौपदी मुरमू को राष्ट्रपति बनाया।
उत्तर- यह बहुत अच्छी बात है कि एक आदिवासी महिला आज राष्ट्रपति के पद पर आसीन हैं, यह उनकी योग्यता के कारण है, न कि भारतीय जनता पार्टी की कृपा के कारण। आप यदि इसे भारतीय जनता पार्टी की कृपा बता रहे हैं, तो आप उनकी योग्यता का अपमान कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी को इस मानसिकता से उबरना चाहिए कि आदिवासी समाज अपनी योग्यता के बल पर आगे नहीं बढ़ सकता। आपकी पार्टी एक तरफ छत्तीसगढ़ में आदिवासी आरक्षण पर राजनीति करती है, विधानसभा में सर्वसम्मित से पारित आरक्षण विधेयक जब राजभवन में हस्ताक्षर के लिए भेजा जाता है तो राज्यपाल पर दबाव बनाकर उसे लटकाने के लिए प्रेरित करती है, दूसरी ओर आप जनजातीय गौरव की बात करते हैं। भाजपाइयों के मुंह से इस तरह की बातें शोभा नहीं देतीं।
आरोप- 2024 के चुनाव से पहले पूरा प्रदेश नक्सल मुक्त कर देंगें। 2009 में यूपीए की सरकार के समय 2200 से अधिक नक्सल घटनाएँ होती थी जो अब घटते-घटते 560 तक सिमट गई हैं।
उत्तर- छत्तीसगढ़ में यदि नक्सल घटनाएं कम हुई हैं तो यह आपके कारण नहीं है, बल्कि कांग्रेस की विकास, विश्वास और सुरक्षा की नीति के कारण है। जब प्रदेश में आपकी सरकार थी तब नक्सलियों के आतंक के कारण स्कूल तक बंद हो रहे थे। हमारी सरकार आने पर इन बंद स्कूलों को फिर से शुरू करवाया गया। आपकी सरकार के कार्यकाल में नक्सल पीड़ित क्षेत्रों में हाट-बाजार तक नहीं लग पाते थे, आज हमारी सरकार के कार्यकाल में हाट-बाजारों के माध्यम से चिकित्सा सुविधा दुर्गम से दुर्गम गांवों तक पहुंच रही है। आपकी सरकार के कार्यकाल में आम लोग सड़कों और सुरक्षा कैंपों का विरोध करते थे, आज हमारी सरकार के कार्यकाल में लोग सड़कें, सुरक्षा कैंप और बैंक खोलने की मांग करते हैं। आज छत्तीसगढ़ के सुरक्षा कैंपों को लोग सुविधा केंद्रों के रूप में देखते हैं। राशन कार्ड, आधार कार्ड सहित कई तरह की सुविधाएं इन सुरक्षा कैंपों के माध्यम से मिल रही हैं।
आपकी सरकार जब छत्तीसगढ़ मे सत्ता में थी तब लोगों को उनकी किस्मत के भरोसे छोड़ दिया था, हमारी सरकार ने लोगों की सुरक्षा की चिंता की। अबुझमाढ़ क्षेत्र के गांवों का सर्वे का काम हमारी सरकार पूरा कर रही है। अबुझमाढ़ के लिए विकास के दरवाजे खोलने का काम हमारी सरकार ने किया। आपकी सरकार के कार्यकाल की हकीकत छत्तीसगढ़ के लोग अच्छी तरह जानते हैं।
आरोप- भूपेश सरकार में भ्रष्टाचार के अलावा कोई दूसरा काम नहीं किया। भूपेश जी ने आदिवासियों के लिए क्या किया?
उत्तर- माननीय गृहमंत्री जी, हमारी सरकार ने आदिवासियों के लिए क्या किया इस बात को आदिवासी भाई-बहन अच्छी तरह जानते हैं। आपको यह बताना चाहिए कि आपकी सरकार जब थी, तब उसने क्या क्या किया। चूंकि आप पूछ रहे हैं, इसलिए मैं आपको को भी याद दिला दूर
– तेंदूपत्ता संग्रहण दर 2500 रुपए से बढ़ाकर 4000 रुपए मानक बोरा करने का काम हमारी सरकार ने किया।
– समर्थन मूल्य पर संग्रहित होने वाले लघु वनोपजों की संख्या 07 से बढ़ाकर 65 करने का काम हमारी सरकार ने किया।
– गांव-गांव में गौठान बनाने का काम हमारी सरकार ने किया।
– 2 रुपए किलो में गोबर और 4 लीटर में गौमूत्र खरीदने का काम हमारी सरकार ने किया।
– गौठानों को ग्रामीण औद्योगिक पार्कों के रूप में उन्नत करते हुए हजारों माताओं-बहनों को रोजगार से जोड़ने का काम हमारी सरकार ने किया।
– कृषि और वनोपजों के स्थानीय स्तर पर ही प्रसंस्करण की व्यवस्था का काम हमारी सरकार ने किया।
– पेसा नियम निर्माण का काम हमारी सरकार ने किया।
– जल-जंगल-जमीन के अधिकार सुनिश्चित करने का काम हमारी सरकार ने किया।
– पंचायतों के अधिकारों में बढ़ोतरी का काम हमारी सरकार ने किया।
– वन अधिकार पत्रों के वितरण के माध्यम से वनवासियों तक वनाधिकार पहुंचाने का काम हमारी सरकार ने किया।
– हमारी सरकार ने ही वन संसाधन के अधिकार लागू लिए।
– शहरी क्षेत्रों में भी वन अधिकारों का लाभ पहुंचाने का काम भी कांग्रेस सरकार ने किया।
– लोहंडीगुड़ा के किसानों जो जमीन लौटाने का काम सभी कांग्रेस सरकार ने किया।
– किसानों को कर्ज से मुक्ति दिलाने का काम कांग्रेस सरकार ने किया।
– सिंचाई कर माफ करने का काम हमारी सरकार ने किया।
– मिलेट्स की समर्थन मूल्य पर खरीदी का काम हमारी सरकार ने किया।
– देश की सबसे बड़ी मिलेट्स प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना करने का काम छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार ने किया।
– राजीव गांधी किसान न्याय योजना के जरिये खरीफ की सभी फसलों की इनपुट सब्सिडी देने का काम हमने किया।
– देवगुड़ियों और घोटुलों के संरक्षण का काम कांग्रेस ने किया।
– राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव के आयोजन की शुरूआत कांग्रेस सरकार ने की।
– छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के आयोजन की शुरुआत हमारी सरकार ने की।
– और भी लंबी फेहरिस्त है गृहमंत्री जी।
आरोप- ढाई-ढाई साल की लड़ाई की वजह से राज्य में विकास प्रभावित है।
उत्तर- हमारे यहां न तो कोई लड़ाई है, न ही विकास प्रभावित है। आपकी पार्टी शातिर बिल्लियों की तरह जरूर ताकती रहती है कि कब छीका टूटे तो कब दूध पीएं। लेकिन ये कांग्रेस का छींका है, जो मजबूत रस्सियों से बना है, आपकी मुराद कभी पूरी होने वाली नहीं है। मैं समझ सकता हूं कुछ जगहों पर गलत तौर तरीकों के इस्तेमाल से आप लोगों को मिली सफलता ने आप लोगों में मुगालता जगा दिया है कि आप हर बार सफल होंगे।
आरोप- छत्तीसगढ़ को कांग्रेस में गरीबी, बेरोजगारी और नक्सलवाद देने का काम किया।
उत्तर- नक्सलवाद भारतीय जनता पार्टी के राज में फला-फूला। कांग्रेस राज में शांति लौटी है। आप गृहमंत्री हैं, आपको सारी हकीकत पता है। केवल राजनीति के लिए कब तक झूठ बोलते रहेंगे।
आरोप- इसी के साथ-साथ छत्तीसगढ़ की जनता को गरीबी, भूखमरी, भ्रष्टाचार, खस्ताहाल सड़कें, नक्सलवाद और बढ़ते अपराध की सौगात दी है।
उत्तर- यह आपका एक और झूठ है। चार सालों में छत्तीसगढ़ के लोग आर्थिक रूप से संपन्न हुए हैं। हमारी उत्पादकता बढ़ी है। सड़कों, पुल-पुलियों का तेजी से निर्माण हुआ है। अबुझमाढ़ जैसे दुर्गम क्षेत्रों में नये पुलों के निर्माण से विकास के दरवाजे खुले हैं।
आरोप- रमन सिंह के पहले लोगों तक चावल आता था क्या? छत्तीसगढ़ में सड़क नहीं थी, आदिवासियों के हाथ में हथियार व नक्सलवाद था।
उत्तर- लोगों को यह भी याद है कि रमन काल में कितने फर्जी राशन कार्ड बनते थे। गरीबों के हिस्सों का चावल भाजपाई और भाजपा के समर्थक खा जाया करते थे। छत्तीसगढ़ में अधोसंरचना के निर्माण की शुरूआत कांग्रेस ने की थी। 15 सालों में इस काम को जितना आगे बढ़ जाना चाहिए था, उनता बढ़ नहीं पाया। आदिवासियों में यदि सत्ता के खिलाफ आक्रोश और अविश्वास था, तो वह आपकी सत्ता के खिलाफ था। हमारे शासन काल में आदिवासियों का विश्वास लोकतंत्र पर लौटा है। पिछले चार सालों में राज्य में जितने भी उपचुनाव हुए हैं, सभी में कांग्रेस की जीत हुई है।
आरोप- हमने छत्तीसगढ़ के अंदर गांव-गांव में बिजली भेजने का काम किया छत्तीसगढ़ की सड़कों को चुस्त-दुरुस्त किया घर घर बिजली पहुंचाने का काम भाजपा ने किया।
उत्तर- आपको आदिवासी क्षेत्रों में जाकर हकीकत देखना चाहिए। बहुत से इलाकों में आज भी बिजली नहीं पहुंच पाई है, हालांकि बीते चार सालों में कांग्रेस ने बहुत से दुर्गम क्षेत्रों में बिजली पहुंचाने का काम किया है।
आरोप- कांग्रेस ने पिछड़े वर्ग के लिए कुछ नहीं किया, हमने पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन किया, 27% आरक्षण दिया नीट में।
उत्तर- भारतीय जनता पार्टी का आरक्षण विरोधी रवैया इस बात को स्पष्ट कर देता है कि वह पिछड़े वर्ग की कितनी हितैषी है। यदि आप वास्तव में पिछड़े वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण के हामी हैं तो फिर राज्यपाल से आग्रह कीजिए कि विधानसभा में सर्वसम्मति से पारित विधेयक पर वे तुरंत हस्ताक्षर करें।
आरोप- माफिया जंगल साफ कर रहे हैं, कांग्रेस ने गरीबी हटाओ का नारा दिया गरीबी तो नहीं हटी, गरीब हट गए।
उत्तर- कांग्रेस ने जंगल, जैव विविधता और आदिवासियों को बचाने का काम किया है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना में वृक्षारोपण पर भी इनपुट सब्सिडी दी जाती है। कृष्ण कुंज योजना संचालित की जा रही है। नदियों के किनारे लाखों की तादाद में वृक्षारोपण किए गए हैं। वनों में फलदार वृक्षों का रोपण किया गया है। नरवा विकास योजना के माध्यम से वनों में हरियाली को संरक्षित किया गया है। आप किन माफियाओं की बात कर रहे हैं, जिन माफियाओं को आप लोगों ने पाल रखा था, आज उनका सफाया हो चुका है। गरीबी हटी या नहीं, यह देखना हो तो कभी फुर्सत से आइए और बिना राजनीतिक चश्मे के यहां के गांवों का दौरा कीजिए।
आरोप- डीएमएफ की शुरुआत मोदी जी ने की थी छत्तीसगढ़ धान के कटोरा के साथ खनिज का भी कटोरा है जब भाजपा सरकार बनी हमने छत्तीसगढ़ की जनजाति गौरव को सम्मान दिया।
उत्तर- एक तो यह कि डीएमएफ की शुरुआत सुप्रीम कोर्ट के कहने पर हुई है। दूसरा यह कि हमने डीएमएफ की लूट खत्म की है। आपके शासनकाल में डीएमएफ की राशि का किस तरह दुरुपयोग होता था, यह सभी जानते हैं। हमने यह सुनिश्चित किया है कि शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण जैसे जरूरी विषयों पर ही इस राशि को खर्च किया जाए। हमने डीएमएफ बॉडी में महिलाओं का प्रतिनिधित्व सुनिश्चत किया है।
आरोप- डीएमएफ की 9234 करोड़ की राशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। मैं भूपेश जी से पूछना चाहता हूँ, ये पैसा कहाँ गया। मैं बताता हूँ कहाँ गया, आप किसी कांग्रेसी का घर देख लीजिए, पहले यहाँ स्कूटी रहती थी, अब वहाँ ऑडी कार रहती है। टीन टपरे के मकान के बदले तीन मंज़िला आरसीसी का घर रहता है। इसका हिसाब बीजेपी सरकार आने पे हम कर लेंगे।
उत्तर- हवा-हवाई आरोप लगाने के बजाए जमीनी हकीकत पर बात कीजिए। आप भूल गए कि आपके राज में कलेक्टरों के घर में डीएमएफ से स्वीमिंग पुल बनते थे, लिफ्ट बनते थे। हमने नये नियम बनाकर डीएमएफ का सदुपयोग सुनिश्चित किया है।
आरोप- कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में जो बातें कही उसे पूरा नहीं किया गंगाजल उठाकर झूठ बोला।
उत्तर- कांग्रेस के घोषणा पत्र की चिंता भाजपा को नहीं करनी चाहिए। हमने जितने वादे किए थे वे सभी वादे पूरे किए हैं और कर रहे हैं। आप बताएं कि आपकी सरकार ने पांच साल धान का बोनस देने की बात कहकर किसानों को ठगा क्यों, सभी को मोबाइल देने की बात कहकर मोबाइल क्यों नहीं दिया, विद्यार्थियों को लैपटाप देने की बात कहकर लैपटाप क्यों नहीं दिया, रोजगार क्यों नहीं दिया, महिलाओं को उनके हक क्यों नहीं दिए, आदिवासियों के साथ न्याय क्यों नहीं किया।