अनिल गुप्ता@दुर्ग। जिले में आज कांग्रेस पार्टी का संभागीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा पीसीसी चीफ मोहन मरकाम, और शासन के कई वरिष्ठ मंत्री सहित दुर्ग संभाग के 7 जिलों के कांग्रेस के दिग्गज नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित हुए। सम्मेलन के माध्यम से आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कई महत्त्वपूर्ण रणनीतियां तैयार की गई। और पार्टी कार्यकताओं को रिचार्ज करने का काम किया गया।
20 सीटों वाले दुर्ग संभाग में 18 सीट कांग्रेस के पास है। 23 के चुनाव में पार्टी का परचम एक बार फिर से लहराने के लिए विधानसभा चुनाव के ठीक 4 महीने पूर्व दुर्ग में संभागीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमे, प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रमुख रूप से उपस्थित हुऐ। जहा उन्होंने प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा और पीसीसी चीफ मोहन मरकाम के साथ मिलकर दुर्ग संभाग के सातों जिलों के पार्टी के बड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर आगामी चुनाव को लेकर समीक्षा की। 2018 के चुनाव में दुर्ग संभाग से कुल 17 सीट कांग्रेस को प्राप्त हुई थी। उसी तरह के प्रदर्शन को दोहराने के लिए आज रणनीति तैयार की गई। इसके अलावा इस बात का भी मंथन किया गया। सरकार की नीतियों और योजनाओं को जनता तक पहुंचाने के लिए किस तरह से कार्य किया जाए। लगभग 1 बजे से शुरू हुई ये संभागीय सम्मेलन शाम 5 बजे तक चला। और कार्यक्रम में शामिल हुऐ सभी लोगो से एक एक करके चर्चा भी हुई।सम्मेलन के पश्चात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा करते हुऐ कहा की, 23 के चुनाव से पूर्व अधिकांश विधायको के रिपोर्ट कार्ड अच्छे मिले है। लेकिन जिन कुछ विधायक के रिपोर्ट अच्छे नही है। उनके पास अभी भी चार महीनों का समय है। वे चाहे तो अपना रिपोर्ट कार्ड में सुधार ला सकते है। इन सबके बाद भी पार्टी हाईकमान को तय करना है। किसको टिकिट मिलेगी। इसके अलावा प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा भी सभी विधानसभा में पहुंचकर वहा की स्तिथि को समझ रही है।
वही प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा ने भी मीडिया से चर्चा करते हुए कहा की , कांग्रेस के कार्यकर्ता जमीनी स्तर पर कार्य करते है। 2018 में भी उनकी जमीनी मेहनत के कारण हमने सरकार बनाया। दुर्ग संभाग से मुख्यमंत्री है, छ मंत्री है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार ने जनता, के लिए, गरीबों के लिए और किसानो के लिए कार्य किया है। उससे सभी खुश है। सरकार की जनकल्याण नीतियों को लेकर ही हमारे कार्यकर्ता 2023 के चुनाव में जनता के बीच जायेंगे।
कांकेर पहुंचे केंदीय मंत्री गिरिराज सिंह द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को काका की जगह खाखा वाले विवादित टिप्पणी पर प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा ने उनके बयान को आड़े हाथों लेते हुऐ कहा की प्रधानमंत्री जी और उनके मंत्री जिस तरह से भाषा का उपयोग करते है। वह भारत की संस्कृति नही है। उनके बयान उनकी बौखलाहट को भी दर्शाता है।
दुर्ग संभाग इसलिए भी कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि मुख्यमंत्री सहित 6 मंत्रियों की विधानसभा सीट भी इसी संभाग में है। दुर्ग संभाग के किले को बचाने के लिए कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को और भी परिश्रम करना की आवश्यकता है। जो की निश्चित रूप से कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का भी विषय है। 2018 के चुनाव में कांग्रेस जिन घोषणा पत्र के माध्यम से 15 साल की भाजपा सरकार का सूपड़ा साफ किया था, उसी तरह का प्रदर्शन फिर से करने की योजना बना रही है। तो वही बीजेपी भी सत्ता में वापसी के लिए लगातार संघर्ष कर रही है। 22 जून को केंद्रीय गृहमंत्री का भी दुर्ग आगमन होने जा रहा है। जिसके कारण 2023 का चुनाव बेहद दिलचस्प होने वाला है।