नई दिल्ली। आतंकवाद के आरोप में उत्तर प्रदेश में गिरफ्तार केरल के पत्रकार सिद्दीकी कप्पन दो साल बाद लखनऊ जेल से रिहा हो गए हैं।
कप्पन को तब गिरफ्तार किया गया जब वह उत्तर प्रदेश के हाथरस जा रहे थे, जहां एक दलित महिला की कथित रूप से बलात्कार के बाद मौत हो गई थी। उन पर और तीन अन्य लोगों पर अब प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से संबंध रखने और हिंसा भड़काने की साजिश का हिस्सा होने का आरोप लगाया गया था।
सितंबर में सुप्रीम कोर्ट ने उस मामले में उन्हें जमानत दे दी थी। लेकिन प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दायर मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले के कारण वह लखनऊ जेल में ही रहे।
कप्पन पर शुरू में राजद्रोह का आरोप लगाया गया था और आतंकवाद विरोधी कानून यूएपीए के तहत आरोप लगाया गया था। बाद में फरवरी 2022 में ईडी ने प्रतिबंधित पीएफआई से धन प्राप्त करने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सिद्दीकी कप्पन को 23 दिसंबर को जमानत दी थी। कप्पन को जमानत पर रिहा करने के लिए आवश्यक मुचलका बुधवार को एक अदालत में पेश किया गया और उसे आज रिहा कर दिया गया।