शब्बीर अहमद, भोपाल. परिवहन विभाग की काली कमाई के मुख्य आरोपी आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा को तमाम जांच एजेंसी अभी ढूंढ नहीं पाई है. उसकी लोकेशन दिल्ली के आसपास मिल रही है. इसके अलावा वह अपने करीबियों से भी संपर्क में है.
बता दें कि सौरभ ने अन्य राज्यों में प्रॉपर्टी में अच्छा खासा निवेश किया है. इसकी जानकारी भी निकाली जा रही है. इस जांच में एक पूर्व ट्रांसपोर्ट कमिश्नर की भूमिका की भी पड़ताल की जा रही है. बताया जा रहा है कि सौरभ बेंगलुरु की दो सिमों का बातचीत के लिए इस्तेमाल कर रहा है. इसके अलावा घर वाले बातचीत में उसके घरेलू नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं.
गौरतलब है कि लोकायुक्त पुलिस के छापे में सौरभ शर्मा के पास करोड़ों की संपत्ति मिली थी. इसमें भोपाल में खड़ी कार से 52 किलोग्राम सोना और 234 किलोग्राम चांदी भी मिली थी. लोकायुक्त की विशेष पुलिस प्रतिष्ठान ने सौरभ से जुड़े कई परिसर से संपत्तियां बरामद की थीं. वहीं दो दिन पहले सौरभ शर्मा मामले को लेकर ईडी ने राजधानी भोपाल और ग्वालियर समेत 8 ठिकानों पर दबिश दी थी.