नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे समूह को आधिकारिक शिवसेना के रूप में मान्यता दे दी है, उन्हें पार्टी का आधिकारिक चुनाव चिन्ह ‘धनुष और तीर’और ‘शिवसेना’ नाम का इस्तेमाल करने की अनुमति मिली है। इधर उद्धव ठाकरे गुट के नेता और सांसद संजय राउत ने इस फैसले की आलोचना की है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस फ़ैसले को सत्य की जीत बताया है। उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग का बहुत-बहुत शुक्रिया। ये सत्य की जीत है. हमारे विचारों से लोग जुड़ रहे हैं। ये बालासाहेब ठाकरे और आनंद दिघे के विचारों की जीत है।”
गौरतलब है कि बीते साल एकनाश शिंदे ने शिव सेना के कुल 55 विधायकों में से 39 विधायक लेकर अलग हो गए।इसके बाद उन्होंने असली शिवसेना पार्टी होने का दावा किया था और उद्धव ठाकरे ने भी असली शिवसेना होने का दावा किया। विवाद बढ़ा तो ये मामला चुनाव आयोग के पास गया। आयोग को ये तय करना था कि आखिर कौन सा गुट आधिकारिक रूप से खुद को असली शिवसेना होगा। अब चुनाव आयोग ने एकनाश शिंदे गुट के पक्ष में फ़ैसला सुनाया है।
एकनाथ शिंदे को शिवसेना का आधिकारिक दर्जा मिलने के बाद उद्धव ठाकरे गुट के नेता और सांसद संजय राउत ने चुनाव आयोग के इस फ़ैसले को खरीदा हुआ फ़ैसला बताया है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “ये न्याय नहीं है, जैसे महाराष्ट्र की ये जो सरकार बनी है, उसे कहा जाता है कि ये खोटी सरकार है। करोड़ों रुपये ऊपर से नीचे तक पानी की तरह बहाया गया है। वो पानी कहां तक पहुंचा है वो आज सबने देखा।”
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