मीनू साहू@बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिला में ग्राम पंचायत देवरी बंगला के ग्रामीण लामबंद हो गए है और आने वाले 2023 विधानसभा चुनाव में चुनाव बहिष्कार करने की बात कही जा रही है। आपको बता दे कि बालोद जिले में दूसरे चरण का चुनाव 17 नवंबर को सम्पन्न होना है। जिसके लिए निर्वाचन आयोग ने सभी तैयारी शुरू कर दी है। वहीं जिला कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने सभी अधिकारियों, कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि निर्वाचन कार्य को शान्ति से संपन्न कराये और लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर मतदान के लिए जागरूक भी करें।
दूसरी तरफ प्रशासन व राजनैतिक पार्टियो के उदासीनता के चलते ग्रामीण देवरी गाँव मे बैठक रखकर गांव के विकास को लेकर चुनाव बहिष्कार की बात कह रहे हैं। ग्रामीणो का कहना है की,तहसील कार्यालय देवरी बंगला के नाम से हो और वहा अनुविभागीय बैठे जिसका लाभ आस पास के110 ग्रामो को मिले l विश्राम गृह स्वीकृत होने के बाद आज तक नहीं बना ,नया बस स्टैंड में 19 लाख रुपए की लागत से सीमेंटी करण का बजट पास हो गया था जिसको बालोद कलेक्टर को सर्वे करवा कर देना था लोक निर्माण विभाग की लापरवाही के चलते वह कागज दुर्ग चली गई थी 6 माह बाद पता चला की उस बजट को खारिज कर दिया है। कलेक्टर से मिलकर चर्चा किया तो कलेक्टर ने आश्वासन दिया था कि गट्टू चोकर टाइल्स लगा सकते हैं। जिसकी आधी राशि पंचायत को देना पड़ेगी आज भी उड़ते हुए धूल से आसपास की दुकानदार व यात्री परेशान रहते हैं। बस स्टैंड में कोई समुचित व्यवस्था नहीं होने से ग्रामीण नाराज चल रहे हैं।