बिलासपुर —आधारभूत सुविधाओं के विकास और रेल परिचालन की गतिशीलता के मद्देनजर मंडल में नई रेललाइन, दोहरीलाइन, तीसरी और चौथी लाइन का कार्य व्यापक किया जा रहा है। इसी कड़ी में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर मंडल अंतर्गत अनूपपुर-कटनी स्टेशनों के बीच करीब 166 किमी विद्युतीकृत तीसरीलाइन का निर्माण कार्य किया जा रहा है | सेफ्टी अधिकारी ने मौके पर पहुंच काम काज का जायजा लिया। जल्द ही तीसरी लाइन से परिचालन की बात कही। बिलासपुर मण्डल प्रशासन ने बताया कि रेल संरक्षा और संवर्धन को लेकर खरसिया स्टेशन में कार्यशाला का आयोजन किया गया। विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को मानसून के दौरान सुरक्षा के मद्देजर उठाए जाने वाले उपायों के बारे में बताया गया।
नई लाईन से जल्द परिचालन
चरणबद्ध चलाए जा रहे कार्यक्रम में बंधवाबारा-घुनघुटी स्टेशन के बीच 12.6 किलोमीटर विद्युतीकृत तीसरीलाइन का सम्पूर्ण कार्य पूरा कर लिया गया है। शुक्रवार को आयुक्त, रेलवे सेफ्टी एस.मित्रा ने बंधवापारा रेलवे स्टेशन पहुंचकर नईलाइन और यार्ड का निरीक्षण किया। सेफ्टी अधिकारी ने बधवाबारा-घुनघुटी नई रेल लाइन निरीक्षण कर विभिन्न संरचनात्मक पहलुओं, इंटरलाकिंग, क्रासिंग, पटरियों की गुणवत्ता, सिग्नलिंग प्रणाली और अन्य तकनीकी पहलुओं का अध्ययन किया है। अधिकारियों से चर्चा कर आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया है।
एस मित्रा ने बताया कि हमने घुनघुटी स्टेशन से बधवाबारा स्टेशन तक आब्जर्वेशन कार से स्पीड ट्रायल किया । साथ ही घुनघुटी स्टेशन पहुंचकर संरक्षा निरीक्षण भी किया है। आयुक्त, रेलवे सेफ्टी से अनुमति के बाद नई तीसरीलाइन पर गाडियों का परिचालन प्रारम्भ कर दिया जाएगा। तीसरी लाइन शुरू होते ही ट्रेनों के परिचालन में गतिशीलता आएगी।
सेफ्टी अधिकारी के साथ निरीक्षण के दौरान मंडल रेल प्रबंधक प्रवीण पाण्डेय, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) समेत मंडल और मुख्यालय से संबंधित विभागों के अनेक अधिकारी शामिल थे।
संरक्षा कार्यशाला
रेल कर्मचारियों में संरक्षा को लेकर मंडल रेल प्रशासन लगातार एक एक स्टेशन पहुंचकर संरक्षा संगोष्ठी का आयोजन कर रहा है। स्टाफ को रेल सुरक्षा और संवर्धन के लिए जागरूक भी कर रहा है। इसी क्रम में इसी क्रम में बिलासपुर मंडल रेल प्रशासन ने खरसिया स्टेशन में संरक्षा गोष्ठी का आयोजन किया। अधिकारियों ने ट्रेनों के सुरक्षित परिचालन,विद्युत परिचालन, यांत्रिक, सिग्नल और दूरसंचार समेत इंजीनियरिंग से जुड़ी तमाम जानकारियों को विभागीय कर्मचारियों के साझा किया। मानसून के दौरान संरक्षा को लेकर उठाए जाने वाले कदम के बारे में भी बताया।
संरक्षा संगोष्ठी में सहायक मंडल विद्युत अभियंता(ओपी) रायगढ़, आद्या प्रसाद और संरक्षा सलाहकारों के अलावा स्टेशन मास्टर, चालक, परिचालक गार्ड, फिटर, एसएसई, जेई, डीटीआई, पाइंटमैन, गेटमैन, प्रशिक्षु लोको पायलटों सहित विभिन्न विभागों के 100 से अधिक रेल कर्मचारियों ने भाग लिया ।