उत्तराखंड के कुमाऊं में एक बहुत पुरानी कहावत प्रचलित है-आधा संसार, एक मुनस्यार यानी हिमालय की तलहटी में बसे और बेपनाह खूबसूरती को समेटे मुनस्यारी की तुलना आधे संसार से कर देने का मतलब है इस क्षेत्र को कुदरत ने जन्नत की तरह सजाया है।
वहीं अब टूरिज्म सर्वे अवार्ड में प्राकृतिक सुंदरता से लबरेज पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी को बेस्ट माउंटेन डेस्टिनेशन का अवार्ड मिला है। इस पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि यह सम्मान पर्यटन के प्रति राज्य सरकार की दूरगामी सोच और उत्तराखंड को बेहतर राज्य बनाने में जुटे हर जन को समर्पित है।
कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव और चार धाम यात्रा देश में पर्यटन उद्योग के लिए एक नया मानक स्थापित करते हुए सरकार पर्यटन उद्योग को नई ऊंचाई तक पहुंचाएगी। महाराज ने नई दिल्ली में आयोजित पर्यटन शिखर सम्मेलन में यह बात कही।
महाराज ने कहा कि चार धाम यात्रा के लिए मंगलवार से प्रारंभ हुई पंजीकरण प्रक्रिया में अब तक लगभग एक लाख श्रद्धालुओं के पंजीकरण किए जा चुके हैं। प्रशासन ने चार धाम यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की उचित स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित की है।
यात्री सुविधाओं के विस्तार के लिए केदारनाथ व बदरीनाथ धाम में चल रहे परियोजनाओं के कार्य की पूर्ति यात्रा प्रारंभ से पूर्व हो जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने उत्तराखंड आने वाले यात्रियों के लिए शैव, शाक्त, वैष्णव, नवग्रह, गोल्जू, नरसिंह, गुरुद्वारा, हनुमान, नाग देवता, स्वामी विवेकानंद समेत अन्य सर्किट बनाए हैं ।
आगामी योग महोत्सव के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। एक से सात मार्च तक ऋषिकेश में अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसमें देश के प्रसिद्ध योग संस्थानों ईशा फाउंडेशन, आर्ट आफ लिविंग, कृष्णामाचारी योग मंदिरम, कैवल्यधाम, शिवानंद आश्रम के योगाचार्य भाग लेंगे।
योग महोत्सव में विदेश के अधिक से अधिक पर्यटकों का आगमन सुनिश्चित करने को पर्यटन विभाग ने टूर आपरेटर के लिए प्रोत्साहन योजना भी शुरू की है। हाल ही में गुजरात के चार शहरों में पर्यटन से संबंधित रोडशो आयोजित किए गए। अब अलग-अलग राज्यों में रोड शो की योजना बनाई जा रही है।
पर्यटन शिखर सम्मेलन और पुरस्कार समारोह में केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, हिमाचल प्रदेश के उद्योग मंत्री हर्षवद्र्धन चौहान, पर्यटन सचिव अरविंद सिंह, चेयरमैन आरटीडीसी धर्मेंद्र राठौड़ व राज चेंगप्पा भी मौजूद थे।
मुनस्यारी जाने का आदर्श समय मार्च से जून और मध्य सितंबर से अक्टूबर तक है। आपको काठगोदाम या हल्द्वानी से टैक्सी मिल जाएगी। मुनस्यारी की यात्रा रोमांच और चुनौती से भरी है। यहां मौसम कब बदल जाए, पता नहीं रहता है। इसलिए सावधानी जरूरी है।
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