गोवर्धन सिन्हा@साल्हेटोला(छुरिया)। 21 वी सदी उज्जवल भविष्य का नारा को आज भी ग्राम स्तर में ग्राम के दबंगो द्वारा आइना दिखाया जा रहा है। राजनांदगांव जिले के छुरिया विकासखंड के ग्राम साल्हेटोला जिसकी आबादी लगभग 2000 है। जहाँ पढ़े लिखे लोग भी निवासरत है और इस गाँव में साहू परिवार को 2 सालों से इसलिए बहिष्कार कर दिया है कि इन्होंने गाँव वालों को नाली बनाने के लिए जगह नहीं दिया और अवैध कब्जा कर लिया है। ऐसा भी शिकायत गांव वालों ने पीड़ित के खिलाफ किया है।
क्या है पूरा मामला
छुरिया विकासखंड के ग्राम साल्हेटोला में एक गरीब किसान परिवार को दो सालों से गांव से बहिष्कृत कर दिया है। ग्राम के दबंगों ने इस परिवार का हुक्का पानी भी बंद कर रखा है। कोई इनसे बातचीत नहीं करते। अगर बातचीत करते पाया गया तो 5 हजार का दंड होगा और तो और गांव में राशन भी नहीं दिया जा रहा है। बच्चे जब स्कूल जाते हैं ,उनसे दूसरा बच्चा भी बात नही करता बात करने पर 5 हजार का दंड हो सकता है ,गाय को चराने भी नहीं दिया जा रहा पूरा परिवार सदमे में हैं। तो वही बच्चे भी रो रो कर परेशान है। कोई उनसे बातचीत नहीं करते न ही खेलते है। गांव के दबंगों से प्रार्थी इतना डरा हुआ है कि इस घटना की शिकायत भी प्रशासन के समक्ष नही कर पा रहा। इस बारे में जब सरपंच से बातचीत किया गया तो उन्होंने स्वीकारा की गांव वालों ने बहिष्कार किया है, तो वही ग्राम पंचायत के सचिव ने कहा कि इस तरह का कोई आवेदन पंचायत में नही आया ।
प्रशासन बहिष्कृत मामले में मौन
ग्रामीणों की अवैध कब्जे की शिकायत पर छुरिया तहसीलदार के निर्देश पर राजस्व विभाग के आरआई , पटवारी, सहित सरकारी अमला यहां पर पहुँचे है जो सिर्फ अवैध कब्जे की शिकायत की बात कर रहे और प्रशासन बहिष्कृत मामले में मौन बैठा हुआ है। यह देखना होगा कि इस पूरे मामले में पीड़ित परिवार को न्याय कब तक मिलता है ।