ग्वालियर। PM नरेंद्र मोदी 21 अक्टूबर 2023 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर किले पर स्थित ‘द सिंधिया स्कूल’ के 125वें स्थापना दिवस पर पहुंचे थे. जहां उन्होंने स्टूडेंट्स को संबोधित किया. जानें स्कूल की खासियतें.
सिंधिया स्कूल ग्वालियर में 1000 साल पुराने फोर्ट में बना हुआ है. यह स्कूल बॉय बोर्डिंग स्कूल है जिसे 1897 में महाराजा माधवराव सिंधिया I ने शुरू किया था. बॉलीवुड एक्टर सलमान खान, डायरेक्टर सूरज बड़जात्या, अनुराग कश्यप, अली असगर समेत कई नेताओं ने भी इस स्कूल से पढ़ाई की है. इस स्कूल में 6वीं, 7वीं और 8वीं क्लास में एडमिशन ले सकते हैं. बशर्ते छात्रों की उम्र 11/12/13 वर्ष से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. सीट खाली होने पर मेधावी छात्रों को 9वीं और 11वीं में भी एडमिशन मिल सकता है.
सिंधिया स्कूल में दो एप्टीट्यूड टेस्ट कॉमन एप्टीट्यूड टेस्ट (CAA) और सिंधिया स्कूल एप्टीट्यूड असेसमेंट (SAA) के माध्यम से एडमिशन से होता है. एप्टीट्यूड असेसमेंट में गणित, अंग्रेजी, हिंदी/सामान्य जागरूकता शामिल है. CAA हर साल जुलाई से शुरू होने वाले सत्र के लिए नवंबर के तीसरे शनिवार को और SAA हर साल जनवरी/फरवरी में होता है. एग्जाम सेंटर कोलकाता, मुंबई, नई दिल्ली, लखनऊ और ग्वालियर में मिलता है.
सीएए और एसएए के बाद शॉर्टलिस्ट किए गए छात्रों को स्कूल में गेम और स्पोर्ट्स, को-करिकुलर एक्टिविटीज और फैकल्टी के साथ बातचीत के एक इंटरैक्टिव सेशन के लिए बुलाया जाता है. सीएए का फाइनल रिजल्ट आमतौर पर 20 जनवरी तक और एसएए का फाइनल रिजल्ट 15 अप्रैल तक घोषित किया जाता है. अगर कोई विदेशी छात्र सिंधिया स्कूल में एडमिशन लेना चाहता है तो उसे 15,30,700 रुपये सालाना फीस देनी होती है.वहीं भारतीय छात्रों के लिए एनुअल फीस 13,25,000 रुपये और सुरक्षा बल के कर्मचारियों के बच्चों के लिए सालाना फीस 8,50,00 रुपये है. हालांकि मैनजमेंट की सिफारिश पर फीस में समय समय पर बदलाव भी किया जाता है.