गुड्डू यादव@मुंगेली। मुंगेली कलेक्टर कार्यालय के सामने नई प्रभारी प्रिंसिपल के दुर्व्यवहार से आहत टीचरों ने प्रदर्शन किया। नई प्रिंसिपल स्नेहलता चंद्रा के विरुद्ध टीचर्स हुए लामबंद। मुंगेली ज़िला शिक्षा अधिकारी सरिता राजपूत से प्रिंसिपल के विरुद्ध बिफ़रे टीचरों ने नई प्रिंसिपल को हटाने की मांग करते हुए ज़िला शिक्षा अधिकारी से सीधी बहस की।
शासन के आदेश पर सरगांव के सन 1935 से संचालित सबसे पुराने स्कूल शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक बालक विद्यालय को स्वामी आत्मानंद स्कूल बनाए जाने का निर्णय लिया गया है। माँग पूरी नहीं होने तक टीचर्स प्रदर्शन पर बैठे है।
पूरा मामला सरगांव के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल का है जहां टीचर्स और अन्य स्टॉप के कर्मचारी बड़ी संख्या में स्कूल की नई प्रभारी प्रिंसिपल स्नेहलता चंद्रा के विरुद्ध दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए लिखित शिकायत लेकर शिक्षा विभाग के कार्यालय पहुँचें…. लिखित शिकायत पत्र के अनुसार टीचरों ने नई प्रभारी प्रिंसिपल पर कई गंभीर आरोप लगाएं है…
दरअसल टीचरों का आरोप है कि स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल की नई प्रभारी प्रिंसिपल स्नेहलता चंद्रा को छत्तीसगढ़ी बोलने पर आपत्ति है हिंदी माध्यम के टीचरों को राजकीय छत्तीसगढ़ी भाषा बोलने या बात करने पर अनपढ़ कहतीं हैं… जिसके बाद से प्रभारी प्रिंसिपल स्नेह लता चंद्रा के विरुद्ध टीचरों ने मोर्चा खोल दिया है….सरगांव के इस सरकारी स्कूल में पहले से ही हिंदी माध्यम स्कूल संचालित हो रहा था वर्तमान में इस हिंदी माध्यम स्कूल के टीचर्स औऱ अन्य कर्मचारी इस स्कूल में कार्यरत हैं…
वहीं शिक्षा विभाग के कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए जा रहें हैं आरोप है कि नई प्रभारी प्रिंसिपल स्नेहलता चंद्रा की नियुक्ति व्याख्याता के पद पर हुई थी औऱ वर्तमान में अभी भी परिवीक्षा अवधि पर हैं… बिना कार्य अनुभव के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल की बड़ी जिम्मेदारी देना शिक्षा विभाग पर भी सवालिया निशान लगा रहें हैं ? वहीं ज़िला शिक्षा अधिकारी सरिता राजपूत इस पूरे मामले में पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए बिना ही बचते बचाते कार्यालय से बाहर निकलकर अपने कार में बैठ कर चली गईं।