सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम), किसान मजदूर मोर्चा और एसकेएम (गैर राजनीतिक) की करीब तीन घंटे तक बैठक हुई। बैठक का मुख्य उद्देश्य यही था कि सभी किसान जत्थेबंदियों को एक साथ लाकर आंदोलन को आगे बढ़ाया जाए। यह भी निर्णय हुआ कि किसान संगठन एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी नहीं करेंगे। 18 जनवरी को दिल्ली घेराव पर फैसला होगा।
एक बार फिर सभी किसान संगठन केंद्र के खिलाफ एकजुट हो गए हैं। पातड़ां के श्री गुरु तेग बहादुर साहिब गुरुद्वारा में संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम), किसान मजदूर मोर्चा और एसकेएम (गैर राजनीतिक) की करीब तीन घंटे तक बैठक हुई। बैठक में एक अहम निर्णय हुआ कि 18 जनवरी को किसान संगठन दिल्ली कूच और आंदोलन को आगे बढ़ाने के बारे में फैसला करेंगे। इस बीच खनौरी बॉर्डर पर नई मंडीकरण नीति के ड्राफ्ट की कॉपियां फाड़ी गईं और विरोध जताया गया। 18 जनवरी को दोबारा सुबह 11 बजे पातड़ा के श्री गुरु तेग बहादुर साहिब गुरुद्वारा में बैठक होगी।
सोमवार सुबह 11.55 बजे पर शुरू हुई बैठक दोपहर 2.55 बजे समाप्त हुई। छह सदस्यीय कमेटी की अगुवाई में तीनों मोर्चों के अलावा कुल 11 यूनियनों के प्रतिनिधियों को मिलाकर बैठक में 18 सदस्य मौजूद थे। इस बैठक में छह सदस्यीय कमेटी में नेशनल को-ऑर्डिनेशन कमेटी के सदस्य और बीकेयू उगराहां के अध्यक्ष जोगिंदर सिंह उगराहां, बीकेयू टिकैत के जनरल सेक्रेटरी युद्धवीर सिंह, ऑल इंडिया किसान सभा के कोषाध्यक्ष कृष्णा प्रसाद, क्रांतिकारी किसान यूनियन के अध्यक्ष डॉ. दर्शन पाल, बलबीर सिंह राजेवाल और हरमिंदर सिंह पटियाला प्रमुख तौर पर शामिल रहे। इसके अलावा सरवण सिंह पंधेर, काका सिंह कोटड़ा और अभिमन्यु कोहाड़ भी उपस्थित रहे।
इन मुद्दों पर बनी सहमति
नेशनल को-ऑर्डिनेशन कमेटी के सदस्य जोगिंदर सिंह उगराहां ने बताया कि सभी किसान संगठन एमएसपी कि कानूनी गारंटी को लागू करवाने, किसान आंदोलन को आगे बढ़ाने और किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के अनशन को समाप्त करवाने के लिए अहम कदम उठाए जाने के लिए एकजुट हो गए हैं। बैठक का मुख्य उद्देश्य यही था कि सभी किसान जत्थेबंदियों को एक साथ लाकर आंदोलन को आगे बढ़ाया जाए। यह भी निर्णय हुआ कि किसान संगठन एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी नहीं करेंगे।
18 जनवरी को दिल्ली घेराव पर फैसला होगा। इसी बीच सोमवार को हरियाणा के सोनीपत से किसानों का एक जत्था जगजीत सिंह डल्लेवाल के समर्थन में खनौरी मोर्चे पर आया। मंगलवार को हरियाणा के कैथल जिले से किसानों का जत्था आएगा। हरियाणा के किसानों ने कहा कि सभी किसान डल्लेवाल के साथ हैं और उनके संदेश एवं संघर्ष की दास्तान को गांवव-गांव में बैठक कर के हर घर तक पहुंचाएंगे।
सभी किसान संगठन एकजुट हो गए हैं, यह बैठक इसलिए थी, ताकि एक दूसरे के साथ मिलकर आंदोलन को आगे बढ़ाने के बारे कदम उठाया जा सके। जल्द ही आंदोलन को मजबूती के साथ गति भी मिलेगी। -सरवण सिंह पंधेर
18 जनवरी की बैठक अहम होगी, सभी फोरम अब अपनी यूनियनों से बातचीत करेंगी, चार दिन बाद फिर दोबारा बैठक में आगे की रणनीति तय होगी। -अभिमन्यु कोहाड़
एमएसपी की कानूनी गारंटी लागू करने, कर्जमाफी, मंडीकरण नीति का बहिष्कार सहित सभी मुद्दों पर चर्चा हुई है, इन सभी पर अब चार दिन बाद दोबारा बैठक होगी। -काका सिंह कोटड़ा
हर पल बिगड़ रही डल्लेवाल की तबीयत, शिथिल हो रहे अंग
डॉक्टरों ने मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए कहा कि किसान नेता डल्लेवाल की तबीयत हर पल बिगड़ रही है और उन्हें बोलने में समस्या आ रही है। उनके अंग शिथिल हो रहे हैं। उनके बीपी, शुगर व अन्य टेस्ट भी सामान्य नहीं हैं। डॉक्टरों की टीम 24 घंटे उन पर नजर रख रही है।
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