बिलासपुर—दो अलग अलग प्रकरण में डायल 112 के दो लोगों की जिन्दगी बचने की जानकारी है। पुलिस के अनुसार एक व्यक्ति ट्रेन की पटरी पर लेटकर आत्महत्या का प्रयास किया। टीम ने समय पर पहुचकर व्यक्ति को बचा लिया है। जबकि दूसरे मामले मानसिक रूप से कमजोर नाबालिग बच्चे को डायल 112 की टीम ने बचाकर मानवता का परिचय दिया है।
पुलिस के अनुसार मस्तूरी 112 टीम को जानकारी मिली कि मोपका निवासी 63 साल के जितेंद्र सिंह पारिवारिक विवाद से परेशान होकर जयरामनगर रेलवे ट्रैक के पटरी पर लेट कर आत्महत्या कर रहा हैं। जानकारी मिलते ही मस्तूरी 112 की टीम तत्काल मौके पर पहुंची। इसी समय समाने से टीम ने ट्रेन को आते देखा। और पटरी पर जितेन्द्र सिंह लेटा हुआ था। टीम के सदस्यों ने जान जोखिम में डालकर युवक को ट्रेन की चपेट में आने से पहले बचा लिया। इसके बाद व्यक्ति को गाड़ी में बैठाया। फिर परिजनों के हवाले कर दिया।
मानसिक रूप से कमजोर नाबालिग को बचाया
डायल 112 कमाण्ड सेंटर रायपुर से जानकारी मिली कि मानसिक रूप से अस्वस्थ 12 साल का नाबालिग बच्चा घर का रास्ता भटक गया है। इस समय सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के पानी टंकी के पास बैठा है। सूचना पर डायल 112 टीम तत्काल मौके पर पहुंची। आरक्षक कोमल साहू और चालक चंचल धुरी ने मानसिक रूप से अस्वस्थ बालक से पूछताछ किया। बालक ने अपना नाम विवेक सोनी और महिला थाना के पास रहना बताया। इसके बाद ईआरव्ही की टीम ने बालक के बारे में पता लगाया।
मामले में जानकारी मिली कि बालक पिछले दो साल से अंबिकापुर कोरिया ज़िले के बाल आश्रम में रहता था। तीन दिन पहले घर लाया गया। परिजनों से सम्पर्क कर बालक को सही सलामत सुपुर्द किया गया। दोनो ही मामलों में टीम के प्रयास की पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने तारीफ की है। साथ ही बधाई भी दी है।