नितिन@रायगढ़ . शहर में एक किसान कल बुधवार शाम से कड़कड़ाती ठंड में तहसीलदार के खिलाफ अनशन पर बैठा हुआ है. किसान ने तहसीलदार के उपर आरोप लगाया है कि वो कोर्ट के फैसले के खिलाफ गए है. तहसीलदार उनकी गाड़ी भी छीन ले गए, और कोर्ट के दस्तावेज भी ले गए है. हालांकि एसडीएम ने कार्रवाई का आश्वासन दिया था लेकिन किसान बार-बार परेशान किए जाने से नहीं माना और गांधी प्रतिमा के नीचे धरने पर बैठ गया.बता दें कि बुजुर्ग किसान तहसीलदार पुसौर के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की मांग कर रहा है।
जबकि मामले को लेकर तहसीलदार पुसौर ने फोन पर बताया है। आंदोलन में बैठा बुजुर्ग अपने सह खाते दार मानगोविन्द को मृत बताकर भूमि के रिकार्ड में अकेले अपना नाम दर्ज करवाना चाहता है। जबकि मांनगोविंद जीवित है और उसका मुख्तियार नामा लेकर एक अन्य व्यक्ति न्यायालय में उपस्थित हुआ था। उसने तब मानगोविंद को विडियो कालिंग करवाकर तहसील न्यायालय में उसके जीवित होने का प्रमाण भी दिया था।
इस मामले में तब नया मोड़ आ गया जब मनाकुंवर के बेटे भी उसी स्थान पर कल शाम से ही धरने पर साथ आकर बैठ गए।उसने बताया कि 70 वर्षीय बुजुर्ग किसान झसकेतन भोई जमीन हड़पने की नियत से जबरदस्ती धरना प्रदर्शन के लिए बैठा हैं.संबंधित मामले में तहसीलदार पुसौर की कोई गलती नही है।