चूड़ामणि उपाध्याय@सक्ती। जिले के जनपद पंचायत जैजैपुर में 2005 में हुए शिक्षक भर्ती में कुटरचित अनुभव प्रमाण पत्र के सहारे नौकरी हासिल करने का मामला सामने आया है वही शिकायत जांच में अनुभव प्रमाण पत्र कुटरचित होना प्रमाणित होने के 7 माह बाद भी सक्ती डीईओ द्वारा शिक्षक को अभयदान दिया जा रहा है। जिससे नौकरी पाने के असली हकदार आज भी बेरोजगार घुम रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता ने आरटीआई से प्राप्त दस्तावेजों के सहारे शिक्षक लीलाम्बर चंद्रा के अनुभव प्रमाण पत्र को कुटरचित होने का दावा कर 13 फरवरी 2023 को डीईओ कार्यालय सक्ती में शिकायत किया उक्त शिकायत पर जांच करने अड़भार के प्राचार्य को जिम्म सौपा गया। 17 अप्रैल 2023 को जांच अधिकारी ने समस्त साक्ष्यों की जांच एवं बयान दर्ज कर अपना अभिमत 8 मई 2023 को सक्ती के जिला शिक्षा अधिकारी बीएल खरे को सौपा। दस्तावेजों व साक्ष्यों के आधार जांच अधिकारी ने जांच प्रतिवेदन में अनुभव प्रमाण पत्र को कुटरचित होने एवं अनुभव प्रमाण पत्र पर गलत तरीके से 6 अंक प्राप्त करना लेख किया गया। साथ ही शिक्षक लीलाम्बर चंद्रा ने जिला शिक्षा अधिकारी बीएल खरे को दिए अपने स्पष्टीकरण में भर्ती के समय अनुभव प्रमाण पत्र शामिल करने से इंकार किया है जिससे प्रधान पाठक लीलाम्बर चंद्रा की नियुक्ती स्वतः अवैध एवं शुन्य हो जाता है फिर भी जिला शिक्षा अधिकारी ने कोई कार्रवाई नही की। ना ही इस के संबंध में किसी वरिष्ठ कार्यालय को प्रतिवेदन भेजा इससे समझा जा सकता है कि शिक्षा विभाग में किस तरह फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी कर रहे प्रधान पाठक लीलाम्बर चंद्रा को अभयदान दिया जा रहा है। वही अब मीडिया में मामला आने के बाद डीईओ कार्रवाई की बात करते नजर आए।