जगदलपुर। नक्सली ज्यादातर बड़ी घटनाओं को फरवरी से मई के बीच में अंजाम देते हैं। 4 महीने नक्सलियों का टैक्टिकल काउंटर ऑफ ऑफेंसिव कैंपैन (TCOC) पीरियड कहलाता है. बीते 10 सालों में अब तक TCOC के दौरान कई बड़े हादसे हो चुके हैं। लेकिन इस बार माओवादियों के खिलाफ सुरक्षा बल आक्रामक रहने वाला हैं। एतिहातन तौर पर बस्तर आईजी ने सुरक्षाबलों को अलर्ट रहने के निर्देश जारी किए हैं। इस टीसीओसी माहा में सुरक्षा बलों द्वारा ऑपरेशन कोर इलाके में चलाएगी।
नक्सली ज्यादातर बड़ी घटनाओं को फरवरी से मई के बीच में अंजाम देते हैं। 4 महीने नक्सलियों का टैक्टिकल काउंटर ऑफ ऑफेंसिव कैंपैन (TCOC) पीरियड कहलाता है. बीते 10 सालों में अब तक TCOC के दौरान कई बड़े हादसे हो चुके हैं। बस्तर आईजी ने इस बार की टीसीओसी अभियान को ओर खतरनाक बताया है। साथ ही ऑपरेशन और सर्चिंग में निकलने वाले सभी सुरक्षाबलों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। बस्तर आईजी ने कहा कि टीसीओसी अभियान में माओवादी सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए योजना बनाते है। हालांकि सुरक्षाबलों द्वारा अंदरूनी इलाकों में नवीन कैंप स्थापित किए जा रहे हैं, जिससे माओवादियों का इलाका और जनाधार कम हुआ है। जिसके चलते माओवादी बौखलाए हुए हैं और बड़ी घटना को अंजाम देने की कोशिश करेंगे. इस बार टीसीओसी माह में सुरक्षाबल माओवादियों के बड़े लीडरों को टॉरगेट करने की योजना बना रही और माओवादियों के कोर इलाके मे सुरक्षा बल नवीन कैंप स्थापित कर रही। जिसके चलते माओवादी अपने गढ़ को छोड़ दूसरे जगह भागने को मजबूर हैं। इस बार टीसीओसी माहा मे सुरक्षाबल के निशाने पर माआवादियो के बड़े लीडर रहेंगे।