बिलासपुर—सेवा सहकारी समिति मल्हार में धान खरीदी और बारदाना मामले में करीब 92 लाख रूपयों का घोटाला सामने आया है। घोटाला का आरोप पिछले दो धान खरीदी सत्र का है। लिखित शिकायत के बाद कलेक्टर ने खाद्य विभाग को जांच का आदेश दिया है। शिकायत में बताया गया है कि सेवा सहकारी समिति के संचालक अजय सिंह ने सत्र 2019-20 और 2023-24 में धान खरीद के दौरान बारदाना और धान खरीदी में कुल 92 लाख रूपयों का घोटाला किया है।
मल्हार समिति में बारदाना,धान घोटाला
सेवा सहकारी समिति मल्हार प्रभारी संस्था प्रबंधक अजय सिंह के खिलाफ दो सत्र में करीब 92 लाख रूपयों से अधिक का बारदाना और धान खरीदी घोटाला की कलेक्टर से शिकाय हुई है। मामले में कलेक्टर ने जांच का आदेश दिया है। कलेक्टर से शिकायत में बताया गया है कि मल्हार स्थित सेवा सहकारी समिति के प्रबंधक अजय सिंह ने धान खरीदी सत्र 2019-20 और 2023-24 में बारदाना और धान खरीदी में गबन किया है।
एक सत्र में 695 क्विंटल गायब
शिकायत में बताया गया है कि 2019-20 में कम्प्यूटर दस्तावेज के अनुसार थाना मोटा 19714.40 धान महामाया 6232.00,धान पतला 7202.40, सरना 15306.00 क्विंटल मिलाकर कुल 45054 क्विंटल 80 किलो धान की खरीदी हुई। इसमें राईस मिल को 35914,संग्रहण केन्द्र को 12444..56 क्विंटल धान जारी किया गया। शेष क्विवंटल धान का हिसाब प्रबंधक अजय सिंह ने नही दिया। यानी अजय सिंह ने 695 क्विंटल धान का गबन किया है।
2019-20 में 22 लाख का घोटाला
शिकायत में बताया गया है कि सत्र 2019-20 में गबन किये गए 695 क्विंटल धान की कीमत करीब 14 लाख 59 हजार 500 रूपयों से अधिक होता है। इसके अलावा प्रबंधक ने 13690 नग बारदाना भी गायब किया है। गायक बारदाना की कीमत करीब 7 लाख 53 हजार 840 रुपये होता है। मतलब अजय सिंह ने सोसायटी से 22 लाख रुपयों का धान और बारदाना का गबन है।
2023-24 में 69 लाख का घोटाला
शिकायतकर्ता के अनुसार सेवा सहकारी समिति मल्हार प्रबंधक की अगुवाई 2023-24 में मोटा 75214 क्विटल,सरना धान 5678 क्विंटल खरीदा गया। दोनो धान मिलाकर 81400 क्विंटल होता है। इसमें से 1889 क्विवंटल धान की कीमत 58 लाख 55 हजार
900 रूपये होता है। बारदाना की कीमत 11,88,000 रूपये है। इस तरह समिति प्रबंधन ने बारदान और धान को मिलाकर 69 लाख 43 हजार 900 रूपयों का घोटाला किया है।
दो सत्र में 92 लाख का घोटाला
कलेक्टर को किए गए लिखित शिकायत में बताया गया है कि सत्र 2019-20 में प्रभारी संस्था प्रबंधक ने 22 लाख और 2023-24 में 69 लाख 43 हजार 900 रूपयों का गबन किया है। कुल मिलाकर समिति प्रबंधक ने 92 लाख रूपयो का घोटाला किया है। मामले में जांच की जरूरत है।
जांच का आदेश
शिकायत को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर अवनीश शरण ने प्रशासनिक अधिकारी के साथ खाद्य विभाग की टीम को जांच का आदेश दिया है। मामले में जांच के बाद रिपोर्ट पेश कर उचित कार्रवाई का भी निर्देश दिया है। बहरहाल मामले को लेकर जमकर हलचल है। बताया जा रहा है कि शिकायत कर्ता ने प्रबंधक के खिलाफ घोटाला की शिकायत उप मुख्यमंत्री अरूण साव,सहकारिता मंत्री केदार कश्यप समेत मुख्य सचिव से भी शिकायत की है।