NPG डेस्क। कर्नाटक में महिला आईएएस व आईपीएस की भिड़ंत जमकर चर्चा का विषय बनी हुई है। दोनों एक दूसरे पर जमकर आरोप लगा रही हैं और सोशल मीडिया में एक-दूसरे के खिलाफ भड़ास निकाल रही है। जिन आईएएस और आईपीएस में भिड़ंत हो रही है उसमें आईपीएस 2001 बैच की आईपीएस डी रूपा मोदगिल व 2009 बैच की आईएएस रोहणी सिंधूरी है। महिला आईपीएस डी रूपा ने आईएएस रोहिणी सिंधुरी के ऊपर फेसबुक में पोस्ट कर शनिवार को 19 आरोप लगाए। उसके अलावा उन्होंने सोशल मीडिया पर उनकी कथित तौर पर 7 निजी तस्वीरें शेयर कर आरोप लगाए कि महिला आईएएस रोहिणी सिंधुरी ने इन्हें युवा आईएएस अफसरों को भेजा है। वही महिला आईएएस ने आईपीएस पर मानसिक रूप से बीमार होने व झूठा निजी निंदा अभियान चलाने का पलटवार किया। बहरहाल दोनों की कैटफाइट से कर्नाटक सरकार परेशान हैं।
2021 में महिला आईएएस रोहिणी सिंधुरी मैसूर की उपायुक्त पर थी। इस दौरान उनका वहां के जेडीयू विधायक सारा महेश से कई बार झगड़ा होता था। फिर 1 दिन दोनों के रेस्टोरेंट में बैठकर बातचीत करने की फोटो आईपीएस डी रूपा ने शेयर किया था साथ ही यह आरोप लगाया था कि विधायक से महिला आईएएस की यह अकेले में मीटिंग कैसी, क्या दोनों के बीच डील हो गई है। जिसके बाद दोनो की भिड़ंत शुरू हो गई थी। 18 फरवरी को आईपीएस डी रूपा ने फेसबुक पोस्ट कर आईएएस रोहिणी सिंधुरी पर कई आरोप लगाए उन्होंने 19 आरोप आईपीएस रोहिणी सिंधुरी पर लगाए उनके आरोपों के अनुसार मैसूर की उपायुक्त रहते हुए वहां मैसूर की निगम कमिश्नर आईएएस शिल्पा नाग को प्रताड़ित किया था। बता दें कि जून सन 21 में शिल्पा इस संबंध में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी उपायुक्त रोहिणी सिंधुरी पर प्रताड़ना के आरोप लगाए थे। आईपीएस डी रूपा के आरोपों के अनुसार आईएएस रोहिणी सिंधुरी ने शौचालय निर्माण में घोटाले समेत अनेक घोटाले किए हैं,उनके अनुसार आईएएस रोहिणी सिंधुरी ने महामारी के दौरान अपने घर में स्विमिंग पूल बनवाया था। आईपीएस डी रूपा ने इसकी जांच के लिए मुख्यमंत्री समेत मुख्य सचिव से निवेदन किया था।
इसके अलावा रविवार को आईपीएस डी रूपा ने अपने फेसबुक पेज पर आईएएस रोहिणी सिंधुरी की सात निजी तस्वीरें शेयर करते हुए आरोप लगाया कि सिंधुरी ने उन्हें कथित तौर पर 2021 और 2022 बैच के 3 युवा आईएएस अधिकारियों को यह तस्वीर भेजी थी। उन्होंने कहा कि ‘ऑल इंडिया सर्विस कंडक्ट रूल्स के मुताबिक ऐसी तस्वीरें शेयर करना और इस तरह की बातचीत करना अपराध है।
वही तस्वीरें वायरल होने के बाद महिला आईएएस रोहिणी सिंधुरी ने आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा है कि डी रूपा उनके खिलाफ एक झूठा अभियान चला रही हैं और उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रही हैं। उन्होंने कहा, अगर मैंने ये तस्वीरें आईएएस अधिकारियों को भेजी हैं, तो वह उनके नामों का वह खुलासा भी करें। आईएएस रोहिणी सिंधुरी ने कहा कि आईपीएस डी रूपा को मानसिक बीमारी रूपी गंभीर समस्या है और जब यह जिम्मेदार पदों पर बैठे व्यक्ति को हो जाता है तो वह और भी अधिक खतरनाक हो जाता है। आईएएस रोहिणी ने मीडिया को दिए अपने बयान में कहा कि रूपा उनके खिलाफ एक ‘झूठा, निजी निंदा का अभियान’ चला रही हैं, जो कि ‘उनका काम करने का असली तरीका है।’ बयान में सिंधुरी ने कहा कि ‘मैं भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत कदाचार और अपराधों के उसके कामों के लिए उपयुक्त अधिकारियों के साथ कानूनी और अन्य कार्रवाई करूंगी।’ सिंदूरी ने कहा कि ‘उसने मुझे बदनाम करने के लिए सोशल मीडिया से तस्वीरें और मेरे व्हाट्सएप स्टेटस के स्क्रीनशॉट जुटाए। जैसा कि उसने आरोप लगाया है कि मैंने कुछ अफसरों को ये तस्वीरें भेजीं, मैं उनसे उनके नाम सार्वजनिक करने का आग्रह करती हूं। हालांकि इस मामले को मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने निजी प्रकृति का विवाद बताया था। पर राज्य के गृहमंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने दोनो अफसरों को फटकार लगाई है।