शिव शंकर साहनी@अंबिकापुर। उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव मां महामाया मंदिर में पूजा करने के बाद विजय होने का आशीर्वाद मांगा। मतदान केंद्र राजमोहिनी कॉलेज मे मतदान किये। वही डिप्टी सीएम ने बताया कि 70 सीट में से 50 सीट पर हमारी जीत होगी।
इससे पहले छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी ने कभी मुझे मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट नहीं किया. हमलोग सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं. भूपेश बघेल हम सबके नेता हैं. मैंने कभी नहीं सुना कि कांग्रेस ने मुझे मुख्यमंत्री के पद के लिए प्रोजेक्ट किया है. हां, मेरे संपर्क में कई ऐसे लोग हैं, जिनके दिमाग में यह बात है. बता दें कि काफी विवाद के बाद कांग्रेस पार्टी ने टीएस सिंहदेव को छत्तीसगढ़ का उपमुख्यमंत्री बनाया था. उपमुख्यमंत्री बनाए जाने से पहले यह भी चर्चा थी कि टीएस सिंहदेव कांग्रेस पार्टी छोड़ सकते हैं. दरअसल, कांग्रेस ने वर्ष 2018 के चुनाव में टीएस सिंहदेव से वादा किया था कि भूपेश बघेल ढाई साल मुख्यमंत्री रहेंगे और उसके बाद ढाई साल के लिए उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाएगा. लेकिन, ऐसा हुआ नहीं. बाद में तनातनी बढ़ी, तो वक्त की नजाकत को देखते हुए कांग्रेस ने उन्हें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का डिप्टी बनाया और राज्य में दूसरे नंबर के नेता का ओहदा दिया. इसके बाद टीएस सिंहदेव माने थे.
मां महामाया मंदिर में पूजा करने के बाद डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने किया मतदान, माता से जीत का मांगा आशीर्वाद
शिव शंकर साहनी@अंबिकापुर। उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव मां महामाया मंदिर में पूजा करने के बाद विजय होने का आशीर्वाद मांगा। मतदान केंद्र राजमोहिनी कॉलेज मे मतदान किये। वही डिप्टी सीएम ने बताया कि 70 सीट में से 50 सीट पर हमारी जीत होगी।
इससे पहले छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी ने कभी मुझे मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट नहीं किया. हमलोग सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं. भूपेश बघेल हम सबके नेता हैं. मैंने कभी नहीं सुना कि कांग्रेस ने मुझे मुख्यमंत्री के पद के लिए प्रोजेक्ट किया है. हां, मेरे संपर्क में कई ऐसे लोग हैं, जिनके दिमाग में यह बात है. बता दें कि काफी विवाद के बाद कांग्रेस पार्टी ने टीएस सिंहदेव को छत्तीसगढ़ का उपमुख्यमंत्री बनाया था. उपमुख्यमंत्री बनाए जाने से पहले यह भी चर्चा थी कि टीएस सिंहदेव कांग्रेस पार्टी छोड़ सकते हैं. दरअसल, कांग्रेस ने वर्ष 2018 के चुनाव में टीएस सिंहदेव से वादा किया था कि भूपेश बघेल ढाई साल मुख्यमंत्री रहेंगे और उसके बाद ढाई साल के लिए उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाएगा. लेकिन, ऐसा हुआ नहीं. बाद में तनातनी बढ़ी, तो वक्त की नजाकत को देखते हुए कांग्रेस ने उन्हें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का डिप्टी बनाया और राज्य में दूसरे नंबर के नेता का ओहदा दिया. इसके बाद टीएस सिंहदेव माने थे.