नई दिल्ली। बीएसएफ ने शुक्रवार को एक बयान में बताया कि भारत-बांग्लादेश (कोलकाता से ढाका) के बीच चलने वाली मैत्री ट्रेन में छिपाकर बड़ी मात्रा में कास्मेटिक कपड़े साडियां महंगे मोबाइल शराब की बोतलें इलेक्ट्रोनिक्स आइटम और विभिन्न प्रकार के कीमती घरेलू सामानों की तस्करी की जा रही थी। जिसे डॉग स्क्वायड की मदद से जब्त किया गया है। सामानों की अनुमानित कीमत 1.50 करोड़ बताई गई है।
बीएसएफ ने शुक्रवार को एक बयान में बताया कि भारत-बांग्लादेश (कोलकाता से ढाका) के बीच चलने वाली मैत्री ट्रेन में छिपाकर इन सामानों की भारत से बांग्लादेश में तस्करी की जा रही थी। अधिकारियों ने बताया कि जब्त सामानों की बाजार कीमत डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक है।
एक खुफिया सूचना पर दक्षिण बंगाल सीमांत अंतर्गत आइसीपी गेदे में तैनात बीएसएफ की 32वीं वाहिनी और आरपीएफ के जवानों ने संयुक्त तलाशी में इन सामानों को जब्त किया। इस दौरान दो भारतीय यात्रियों को भी बड़ी संख्या में कीमती मोबाइल और अन्य सामानों के साथ गिरफ्तार किया गया।
बीएसएफ के जनसंपर्क अधिकारी व डीआइजी एके आर्य ने बताया कि 20 सितंबर को कोलकाता से ढाका जाने वाली मैत्री एक्सप्रेस ट्रेन जब गेदे स्टेशन पहुंची तो बीएसएफ ने पुख्ता खबर के आधार अपनी डॉग हैंडलर टीम व आरपीएफ के साथ मिलकर ट्रेन की तलाशी ली। इस दौरान बीएसएफ की डॉग स्क्वायड ने ट्रेन में कुछ संदिग्ध सामान की ओर इशारा किया।
तत्पश्चात, जवानों ने तलाशी में दोनों यात्रियों के कब्जे से 83 महंगे स्मार्ट फोन, 26 मोबाइल एडाप्टर, 48 डाटा केबल, 64 साड़ी और 10 किलो चावल जब्त किया, जिसकी अनुमानित कीमत 17.52 लाख रुपये से अधिक है। दोनों यात्री इस सामान के कोई भी वैध दस्तावेज नहीं दिखा सके।