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मौत के फंदे में फंसा वन भैंसा: ‘कंरट जाल’ ने ली राजकीय पशु की जान, किसे बचाने की हो रही तैयारी, आखिर क्यों छिपाई गई DFO से जानकारी ?

रोहित कश्यप, मुंगेली। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में वन भैंसे को शिकारियों ने मौत के घाट उतार दिया. उनके करंट जाल में फंसकर वन भैंसे की मौत हो गई. इस मौत ने वन विभाग के अधिकारियों को कटघरे में लाकर खड़ा दिया है. वन भैंसे की मौत के 4 दिन तक DFO से जानकारी छिपाई गई. बताया जा रहा है कि वन रक्षक अपने सीनियर अधिकारियों को जानकारी दी थी, लेकिन सीनियर ने DFO को जानकारी नहीं दी. ऐसे में बचाने की साजिश की बू आ रही है. कहीं शिकारियों की काली करतूत पर पर्दा डालने की कोशिश तो नहीं की जा रही है ?.

दरअसल, छत्तीसगढ़ में वन्यजीवों का शिकार किस तरह बदस्तूर जारी है. इसकी बानगी परसवारा के जंगल मे देखने को मिली है. जहां शिकारियों के लगाए जाल में फंसकर बायसन की मौत हो गई. इधर घटना के तीन से चार बीत जाने के बाद भी विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को इस घटना की जानकारी नहीं मिली.

मामला मुंगेली जिले के लोरमी क्षेत्र के परसवारा जंगल की बताई जा रही है. जानकारी के अनुसार घटना बीते 5 दिनों पहले की बताई जा रही है. जहां परसवारा जंगल के कक्ष क्रमांक 1535 पीएफ के घने जंगल मे इंडियन गौर (बाइसन) का सड़ा गला शव मृत अवस्था में पड़ा मिला. स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि इस घटना की सूचना स्थानीय स्तर पर तैनात अधिकारी एवं कर्मचारियों को होने के बाद भी विभाग के उच्च अधिकारियों को समय पर अवगत नहीं कराया गया.

कहा जा रहा है कि समय पर यदि उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी दी जाती तो तत्काल जांच और कार्रवाई की जा सकती थी. यह भी बात सामने आ रही है कि डीएफओ को इतनी बड़ी घटना की जानकारी 8 मार्च को हुई है, जबकि घटना 5 मार्च का बताया जा रहा है. हालांकि यह जांच का विषय है कि आखिर विभाग के जिले में सबसे बड़े अधिकारी को घटना की जानकारी देने में किसने लापरवाही बरती है,या फिर इसके पीछे घटना को छिपाने का प्रयास किया जा रहा था, यह सब जांच का विषय है.

सरपंच का आरोप

इस मामले में परसवारा के सरपंच सलीम खान ने आरोप लगाया है कि वन अमले के द्वारा मृत बायसन को ठिकाने लगाने का प्रयास किया गया, लेकिन जंगल की ओर से बदबु आने पर गांव वाले के बताने पर जाकर देखा तो जंगली जानवर मृत अवस्था में पड़ा मिला. वहीं इस घटना में बायसन का होली के समय करंट तार बिछाकर शिकार मामले में जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

इस पूरे मामले में पशु चिकित्सक प्रमोद नामदेव ने बताया कि बायसन की मौत का कारण प्रथम दृष्टया बिजली तार करंट की चपेट में आने से होना पाया गया है. साथ ही कुछ सैंपल जांच के लिए भेजा जा रहा है.

इस पूरे मामले को लेकर रेंजर दीक्षा बर्मन ने बताया कि इसकी जानकारी उन्हें कल मिली है, जिसके बाद उन्होंने डीएफओ को सूचित किया है.

इधर बायसन की मौत कैसे हुई इस सवाल पर एसडीओ मानवेन्द्र सिंह ने बताया कि इसकी मौत शिकारियों के द्वारा होली के समय लगाए करंट तार की चपेट में आने से हुई है. घटना की सूचना उन्हें कल मिली है.

वहीं इस मामले में मुंगेली DFO शमा फारूकी ने कहा कि मुझे कल यानी 8 मार्च को रात करीब 8 बजे जानकारी दी गई है. मामले की सूचना मिलते ही जांच के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही पोस्ट मार्टम के लिए टीम भेजी गई थी. करंट लगने से मौत की वजह सामने आ रही है.

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