रायपुर 2 जून, 2023 तम्बाकू के हानिकारक और घातक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने, तम्बाकू के उपयोग से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए मरीन ड्राइव रायपुर में एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया
विश्व तंबाकू निषेध दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में नेहरू युवा केन्द्र संस्थान रायपुर एवं दुर्गा महाविद्यालय के एनएसएस के छात्र-छात्राओं ने एक ओर जहां रैली निकाली। वहीं दूसरी ओर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से किसी भी रूप में तम्बाकू का उपयोग नहीं करने का संदेश भी दिया। साथ ही तंबाकू निषेध अधिनियम कोटपा 2003 में संशोधन और अधिनियम को सख्ती से लागू किए जाने की अपील भी युवाओं ने की।
प्रतिवर्ष 31 मई को विश्व तम्बाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। इसके मद्देनजर आयोजित कार्यक्रम लोगों के स्वास्थ्य पर तंबाकू के कुप्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाने पर केंद्रित रहा। साथ ही युवक-युवतियों ने तम्बाकू के उपयोग को कम करने और तम्बाकू नियंत्रण के लिए प्रभावी तरीकों की वकालत करते हुए कार्रवाई करने और तंबाकू उत्पादों के नियंत्रण के लिए बनाए गए कोटपा अधिनियम 2003 का सख्ती से लागू करने का आह्वान भी किया।
कार्यक्रम दुर्गा महाविद्यालय रायपुर की एनएसएस (राष्ट्रीय सेवा योजना) कार्यक्रम अधिकारी सुनीता चंसोरिया एवं नेहरू युवा केन्द्र संस्थान रायपुर के ओमप्रकाश ब्रह्मे के नेतृत्व में संपन्न हुआ। इस अवसर पर प्रोफेसर एवं दुर्गा महाविद्यालय रायपुर की एनएसएस (राष्ट्रीय सेवा योजना) कार्यक्रम अधिकारी सुनीता चंसोरिया ने कहा “आज युवा पीढ़ी गलत संगति में पड़कर धूम्रपान एवं गुटका तंबाकू जैसे नशीले पदार्थो की लत का शिकार हो रही है।
समाज में नशापान , धूम्रपान जैसी विसंगतियां विद्यमान है मगर हम इससे होने वाले स्वास्थ्यगत परेशानियों को अनदेखा कर रहे हैं। नशे की चपेट में आकर युवा गलत कदम उठा रहे हैं और अपनी जान को हानि पहुंचा रहे है। इसे सामूहिक प्रयास से रोकना होगा।“ इस मौके पर छात्रो ने नशापान, धूम्रपान एवं तंबाकू उत्पादों का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, इसे दर्शाते हुए नुक्कड़ नाटक का मंचन किया।
नाटक के माध्यम से छात्र कलाकारों ने धूम्रपान व तंबाकू जैसे नशीले पदार्थो की हानिया समझाई तथा तंबाकू उत्पादों के रोकथाम व उसका सेवन नहीं करने के लिए लोगों को जागरूक भी किया। छात्रों द्वारा रैली के माध्यम से भी तंबाकू एवं तंबाकू उत्पादों का सेवन नहीं करने का लोगों से आह्वान किया गया। साथ ही कोटपा अधिनियम 2003 को सख्ती से लागू करने की अपील भी की गई
इस आयोजन में रचना, सैफ, अशिता, अमन, तुलसी, देबोस्मिता, दोमेश, शैलेश, कुमकुम, नंदिनी, गौरव, अनुराग, खुशबू, अंजली, अंकिता, नीतेश एवं मोनिका ने सक्रिय योगदान दिया।