अनिल गुप्ता@दुर्ग। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज दुर्ग पंहुचकर अंजोरा के वेटनरी विश्वविद्यालय में दाऊ वासुदेव चंद्राकर की प्रतिमा का अनावरण किया। साथ ही विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन का भी लोकार्पण किया। इस दौरान प्रदेश के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
जानकारी के मुताबिक अंजोरा स्थित दाऊ वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित इस प्रतिमा अनावरण समारोह के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश सबसे पहले दाऊ वासुदेव चंद्राकर की प्रतिमा का अनावरण किया। इसके बाद उन्होंने उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि, दाऊ वासुदेव चंद्राकर किसानों के हितेषी माने जाते थे। आज उनकी जन्म जयंती है।सन 2012 में छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में कामधेनु विश्वविद्यालय की स्थापना की गई। जिसके बाद सन् 2020 में विश्वविद्यालय का नाम बदलकर दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय रखा गया। आज विश्वश्वविद्यालय में वासुदेव चंद्राकार की जयंती पर उनकी प्रतिमा का भी लोकार्पण विश्वविद्यालय परिसर में किया गया है। वासुदेव चंद्राकर बहुआयामी प्रतिभा के धनी थे, मंत्री पद का न्यौता भी उन्हें,मिला लेकिन उन्होंने ठुकरा दिया उनकी राजनीति की पाठशाला से कई विद्यार्थी उनकी स्कूल से निकले। उन्ही विद्यार्थियों में सबसे जूनियर छात्र वो भी है।
दाऊ वासुदेव का पशु पालन के क्षेत्र में भी काफी योगदान रहा। अन्य राज्यों के मवेशी प्रदेश में टीक नहीं पाते थे। न ही उनके लिए चारे की व्यवस्था हो पाती थी। इसलिए दाऊ जी सबसे पहले अंजोरा में देशी गाय की नस्लो को सुधारने की पहल की। मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय परिवार को बधाई देते हुए कहा की डेयरी क्षेत्र में जो प्रयोग किया जा रहा है उसके लिए बधाई। प्रदेश में भी डेयरी का कारोबार सुधरने जा रहा है।