नितिन@रायगढ़। सुकमा जिले के मिनपा में हुए नक्सली हमले में शहीद होने वाले युवा एसटीएफ जवान शहीद गीता राम राठिया के घर में इन दिनों सब कुछ सामान्य नही चल रहा है।
बताया जा रहा है कि शहर के बोईरदादर चौक के पास विनोबा नगर मुहल्ले में रहने वाले शहीद के परिवार में उसकी विधवा पत्नि दो बच्चे और वृद्ध मां रहती है।पड़ोसियों ने बताया कि शहीद के परिवार को लाखों रुपए सरकार की तरफ से मिले थे,जिससे परिवार वालों ने नया घर बनाया। हालाकि शहीद के पिता भी शासकीय कर्मचारी थे। बेटे की मौत की खबर के बाद टूट चुके पिता साल भर पहले स्वर्ग सिधार चुके है।
वही शहीद पति की जगह उसकी विधवा पत्नि को छ ग पुलिस में महिला आरक्षक की नौकरी मिल गई। वर्तमान में वो विभागीय ट्रेनिग में शहर से बाहर है। पड़ोसियों के बताए मुताबिक शहीद की पत्नी का व्यवहार नौकरी लगने के बाद से काफी बदल गया। वो अपने घर में एक अज्ञात युवक के साथ रहने लगी जो संभवत: बलौदा बाजार का रहने वाला है। पड़ोसियों का कहना है कि दोनों मिलकर वृद्ध सास को काफी परेशान करते है। उनके साथ मारपीट करने के अलावा उन्हें मिलने वाली पेंशन की रकम छीनने का प्रयास करते हैं। साथ ही शराब के नशे में धुत रहने वाला वह युवक अक्सर मारपीट और शोरगुल करता है।
इसी वजह से घर में आए दिन विवाद होता रहता है। बीते कल की सुबह 11.30 बजे इस युवक ने शहीद की मां से पैसे मांगते हुए गला दबाने का प्रयास किया साथ ही घर से निकल जाने की बात कही। असहाय मां ने बचाव के लिए चिल्लाया तब पड़ोसियों ने युवक से मां को अलग करते हुए उसकी पिटाई कर दी साथ ही युवक को पकड़ कर चक्रधर नगर थाने ले गए। मिली जानकारी के अनुसार यहां चक्रधरनगर पुलिस ने युवक के विरुद्ध प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करते हुए एसडीएम न्यायालय में पेश किया। यहां उसे सशर्त जमानत दी गई।
आज दूसरे दिन पड़ोसियों ने मीडिया कर्मियों को शहीद के घर बुलाकर पूरे घटना क्रम की जानकारी दी। साथ ही यह भी बताया कि सोमवार वे शहीद की वृद्ध मां को लेकर एसपी साहब के पास जायेंगे।।