कोलकाता। चुनाव आयोग ने नागालैंड, मेघालय और त्रिपुरा विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। नागालैंड और मेघालय में 27 फरवरी को मतदान होगा। वहीं त्रिपुरा में 16 फरवही को चुनाव होना है। चुनाव की तैयारी में जुटी सभी राजनीतिक पार्टियों ने चुनाव प्रचार तेज कर दी है। त्रिपुरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए टीएमसी की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी एकमात्र दल है जो भाजपा की डबल इंजन की सरकार को सत्ता से बाहर कर सकती है और देश के लोगों को भाजपा का विकल्प मुहैया करा सकती है।
उन्होंने दावा किया कि भाजपा के शासन में त्रिपुरा में लोकतंत्र को पीछे धकेल दिया गया, क्योंकि दलों को राजनीतिक बैठकें आयोजित करने की अनुमति नहीं है और पत्रकारों ने समाचार एकत्र करने का अधिकार खो दिया।
उन्होंने कहा कि दो साल पहले हमारी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हमला किया गया, उनके वाहनों में तोड़फोड़ की गई। उनमें से कुछ को अवैध रूप से सलाखों के पीछे डाल दिया गया। राज्य में लोकतंत्र की हालत खराब है और हमारे नेताओं और सदस्यों को गलत कार्यों का विरोध करने के लिए यातना दी गईं। भाजपा का साफ तौर पर संदर्भ देते हुए बनर्जी ने कहा कि जो दल लोगों को 100 दिन के काम की गारंटी नहीं दे सकता है, उसे वोट मांगने का कोई हक नहीं है। उन्होंने कहा कि टीएमसी एकमात्र पार्टी है जो देश से डबल इंजन सरकार को बाहर कर सकती है और लोगों को विकल्प दे सकती है।टीएमसी प्रमुख ने यह भी कहा कि त्रिपुरा के लोग आगामी चुनाव में माकपा-कांग्रेस के गठबंधन को खारिज कर देंगे जैसे लोगों ने बंगाल में किया था। उन्होंने आश्वासन दिया कि अगर उनका दल सत्ता में आता है तो विकास की वही योजनाएं त्रिपुरा में भी शुरू की जाएंगी जो फिलहाल बंगाल में उपलब्ध हैं जिनमेंलक्ष्मी भंडार और कन्याश्री जैसी योजनाएं शामिल हैं।