बालासोर। ट्रेन हादसे में मरने वालों की तादाद बढ़ती जा रही है. शुक्रवार रात बालासोर एक्सप्रेस की मालगाड़ी से भीषण टक्कर हो गई थी. इसके बाद ट्रेन की बोगियां पुर्जा-पुर्जा हो गईं. इस समय बड़े पैमाने पर बचाव और राहत अभियान चलाया जा रहा है. सेना भी बचाव के काम में जुटी है. यह एक्सीडेंट इतना भयानक था कि रेल की पटरी बोगी की फर्श को चीरकर छत फाड़कर निकल गई.भीषण ट्रेन हादसे में अब तक 280 लोगों की मौत चुकी गई है, वहीं जबकि 900 से ज्यादा पैसेंजर घायल हैं. यह हादसा कितना भयावह था, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि रेल की पटरी ट्रेन का फर्श फाड़कर बोगी की छत तक घुस गई.
दरअसल, कोरोमंडल एक्सप्रेस कोलकाता से चेन्नई जा रही थी, ये ट्रेन डिरेल हो गई. वहीं यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस (दुरंतो) बालासोर के बहानगा के पास डिरेल हुई. इसी के बाद कोरोमंडल एक्सप्रेस की मालगाड़ी से जोरदार टक्कर हो गई. इस दौरान ट्रेन का इंजन बोगी पर चढ़ गया.
[Image: Balasore Train Accident.]
एक्सीडेंट में अब तक 280 लोगों की मौत हो चुकी है. आर्मी, एयरफोर्स सहित कई टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं. ट्रेन के डिब्बों में अभी भी कई लोगों के फंसे होने की बात कही जा रही है. ट्रेन के डिब्बों में खाने-पीने की चीजें, पानी की बोतलें, चप्पल-जूते आदि बिखरें हुए हैं. बचाव अभियान में सेना भी शामिल हो गई है. मृतकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है.
हादसे के बाद बोगियों में बिखरी दिखीं खाने-पीने की चीजें
ओडिशा के बालासोर में जिस समय कोरोमंडल एक्सप्रेस हादसे का शिकार हुई, उस समय ट्रेन में लोग नाश्ता कर रहे थे. हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई. हादसे के समय पैसेंजर्स ने ट्रेन से बाहर निकलने की कोशिश की. हादसे के बाद बोगियों के परखच्चे उड़ गए. विंडो की कांच को तोड़कर लोगों को बाहर निकाला गया.
घटना के बाद एक-दूसरे के ऊपर चढ़ गईं बोगियां
बोगियां एक-दूसरे पर चढ़ गईं. टक्कर के बाद ट्रेन का इंजन बोगी पर चढ़ गया. घटना के बाद ट्रेन की बोगियों में खाने-पीने की चीजें बिखरी पड़ी हैं. बोगियों में और भी लोगों के फंसे होने की आशंका है. ओडिशा में एक दिन का राजकीय शोक घोषित कर दिया गया है.