रायपुर। बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री प्रवचन करने पहुंचे हैं. बुधवार को पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने प्रेसवार्ता के दौरान मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए विवादित बयान मामले में सफाई दी. नागपुर की कथा बीच में ही छोड़कर भागने के आरोप पर कहा “हमारी कथा 7 दिन की ही थी. हम कथा छोड़कर नहीं भागे. हमने दिव्य दरबार लगाया तो वह (श्याम मानव )क्यों नहीं आए. अब हमें बदनाम करने की कोशिश हो रही है. आरोप लगाने वाले लोग छोटी मानसिकता के हैं.”
पूरा मामला समझिए: हाल ही में पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने नागपुर में कथा की थी और अपना दिव्य दरबार लगाया था. इसे लेकर अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति के संस्थापक और नागपुर की जादू-टोना विरोधी नियम जनजागृति प्रचार-प्रसार समिति के सह-अध्यक्ष श्याम मानव ने पुलिस से शिकायत की थी. मीडिया से चर्चा में उन्होंने कहा “नागपुर में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा 5 से 13 जनवरी तक होनी थी. आमंत्रण पत्र और पोस्टर में भी 13 जनवरी तक कथा का जिक्र था लेकिन कथा पूरी करने के दो दिन पहले ही वे नागपुर से चले गए.” श्याम मानव ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दरबार को डर का दरबार बताते हुए कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने बताया कि “दिव्य दरबार में धीरेंद्र शास्त्री भक्तों के नाम और नंबर से लेकर कई चीजें बताने का दावा करते हैं. हमने उनके ऐसे वीडियो देखे थे और उन्हें ऐसे दावों को सिद्ध करने को कहा था.”
धीरेंद्र शास्त्री का ये है दावा: पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने आरोपों का जवाब देते हुए कहा है कि “हम अपने इष्ट का प्रचार करते हैं. हमारा दावा नहीं है कि हम आपकी समस्या को मिटा देंगे लेकिन हमें अपने इष्ट पर भरोसा है. हम अंधविश्वास के पक्षकार नहीं हैं.” उन्होंने आगे कहा कि “हम ईश्वर नहीं हैं. हम नहीं कहते समस्या दूर कर सकते हैं. हमारे इष्ट लोगों की समस्या को दूर करते हैं. हनुमान जी की पूजा करना, उनका प्रचार करना क्या गलत है? यह सनातन धर्म को टारगेट करने की सोची समझी साजिश है.” उन्होंने कहा कि “हमने कानून का उल्लंघन नहीं किया है और ना ही करेंगे.”