रवि तिवारी@गरियाबंद। हालर मिल के साथ ही सोलर प्लेट लगाने के नाम ठगी करने वाले आरोपी को अमलीपदर पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल दाखिल कर दिया है.. मामले में पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 420 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है.. जुगाड़ थाने के धारा 420 के आरोपी को गिरफ्तार करते हुए जेल दाख़िल किया गया।
अमलीपदर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार प्रार्थी जुगाड़ थाने के ग्राम नागेश निवासी 35 वर्षीय ईश्वर नागेश पिता शैलुराम नागेश को माह नवम्बर 2021 में विजय यादव ने ग्राम नागेश थाना जुगाड़ में आकर प्रार्थी के घर मे सोलर प्लेट डेढ़ किलो वाट का पुरा सेट और हालर मशीन (छोटा राईश मील) लगा दूंगा कहकर झासा देकर रूपये (दो लाख साठ हजार रूपये) मांगा ।वही ईश्वर नागेश के पास उतना पैसा नही था, जिसके चलते प्रार्थी अपने डेढ़ शाला भीखराम नेताम ग्राम कांडसर थाना इन्दागांव से रूपये (दो लाख साठ हजार रूपये) की राशि उनके चेक बुक से विजय यादव को देने बोला, जिससे 24 दिसंबर 2021 को दोपहर 3 बजे ग्रामीण बैंक अमलीपदर के सामने भीखराम नागेश अपने चेक बुक से उक्त रकम (दो लाख साठ हजार रूपये) कि राशि विजय यादव को दिया,जिनको ग्रामीण बैंक से विजय यादव के द्वारा तत्काल उक्त राशि को आहरण कर लिया गया था,वही राशि आहरण करने के बाद भी विजय यादव के द्वारा आज दिवस तक प्रार्थी घर में सोलर प्लेट व हालर मील नहीं लगाया है,साथ ही पैसा वापस मांगने पर नही दुंगा बोलता रहा।विजय कुमार यादव प्रार्थी के घर मे सोलर प्लेट का पुरा सेट एवं हालर मील लगाने का झांसा देकर प्रार्थी से दो लाख साठ हजार रूपये की ठगी किया।इस रिपोर्ट पर थाना अमलीपदर मे अपराध कायम कर
घटना की जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित तुकाराम काम्बले को दिया गया।वही पुलिस अधीक्षक के निर्देश में और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चन्द्रेश ठाकुर व एसडीओपी अनुज कुमार के मार्गदर्शन में अमलिपदर थाना उप निरीक्षक प्रभारी चंदन सिंग,प्रधान आरक्षक कुबेर बंजारे ,वीरेंद्र ध्रुव रोहित साहू,रूपेश जैसवाल रिजवान कुरैसी ,की टीम बनाकर आरोपी विजय कुमार यादव पिता मंतराम यादव उम्र 38 वर्ष निवासी बगदेही पारा वार्ड नं.16 थाना गोबरा नयापारा में गिरफ्तार करते हुए पूछताछ किये जाने पर आरोपी द्वारा अपना कृत्य स्वीकार किया गया वही आरोपी के विरूद्ध पर्याप्त अपराध धारा का साक्ष्य पाये जाने पर अपराध धारा 420 भादवि कायम कर आज देवभोग न्यायालय में पेश करते हुए आरोपी को गरियाबंद जेल भेजा गया।