बिपत सारथी@गौरेला पेंड्रा मरवाही। जिले में पनिका जाति और समाज के लोगों के द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। साथ ही विशाल रैली भी निकाली गई। पनिका समाज के लोगों की मांग है कि उनकी जाति को छत्तीसगढ़ में भी अनुसूचित जनजाति में शामिल किया जाए। पनिका जाति सन 1971 के पहले अविभाजित मध्य प्रदेश में अनुसूचित जनजाति के अंतर्गत आती थी,बाद में मध्य प्रदेश से अलग होकर बने राज्य छत्तीसगढ़ में सरकार ने पनिका जाति को अनुसूचित जनजाति वर्ग से बाहर कर दिया, कर दिया और पिछड़ा वर्ग में शामिल कर दिया है।
पनिका समाज के लोगों का कहना है कि मध्य प्रदेश में अभी भी उनकी जाति, अनुसूचित जनजाति वर्ग में शामिल है, लेकिन छत्तीसगढ़ में पनिका जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल नहीं किया गया है, एक देश में एक समान कानून होना चाहिए। आज गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के पनिका समाज के लोगों ने जिला मुख्यालय गौरेला में धरना प्रदर्शन और विशाल रैली निकाल कर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से मांग की गई है कि पनिका जाति को सन 1971 के पहले की तरह अनुसूचित जनजाति वर्ग में शामिल कर उनको न्याय दिया जाए…