जशपुर। आदिवासी बाहुल्य जिले जशपुर में आये दिन शराबी शिक्षकों के मामले सामने आते रहते हैं, लेकिन इस बार स्कूल में पदस्थ महिला प्रधान पाठिका के शराब पीकर आने के चलते DEO ने कार्यवाही की है।
बगीचा विकासखण्ड के प्राथमिक शाला लोरो की प्रधानपाठिका नीलिमा सुषमा एक्का 1 माह पूर्व ही स्कूल में पदस्थ हुई हैं। उनके काम संभालने के बाद से हीयहां के बच्चों की पढ़ाई ठप्प है। ग्रामीणो का आरोप है प्रधानपाठिका शराब के नशे में स्कूल आती हैं और स्कूल आने के बाद भी वो अध्यापन कार्य नहीं करातीं हैं।
ग्रामीणो ने ग्राम सभा के दिन प्रधानपाठिका को स्वर व्यंजन और पहाड़ा लिखने को कहा जिसे प्रधानपाठिका नहीं लिख पाई। इससे ग्रामीण काफी नाराज हुए और शराबी और नालायक शिक्षक को तबादले पर यहां भेज दिए जाने पर शिक्षा विभाग पर गुस्से का इजहार किया।
ग्रामीणों का तो यह भी कहना है कि 26 जनवरी को राष्ट्रीय पर्व के दिन भी प्रधानपाठिका शराब के नशे में स्कूल पहुंची थीं। इससे स्कूल प्रबंधन की जमकर किरकिरी हुई।
पिछले कई दिनों से शिक्षिका बिना किसी सूचना के स्कूल से गायब थी और स्कूल के अतिरिक कक्ष में मध्यान्ह भोजन का राशन रखा था, उस कमरे की चाभी लेकर वो लगातार अनुपस्थित हैं जिससे मध्यान्ह भोजन प्रभावित है। स्कूल में पदस्थ एक शिक्षक और ग्रामीण मिलकर दाल चावल का इंतजाम कर बच्चों को खिला रहे हैं। प्रधानपाठिका के खिलाफ ग्रामीणों में जमकर नाराजगी थी और उन्होंने इन्हें यहां से हटाने की मांग की।
जशपुर DEO जेके प्रसाद ने प्रधान पाठिका नीलिमा सुषमा एक्का के खिलाफ मिली शिकायत की जांच कराई और पुष्टि होने पर उसे निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया। हालांकि निलंबन आदेश में प्रधान पाठिका के नशे की हालत में स्कूल आने का जिक्र नहीं किया गया है। DEO ने बताया कि इस शिक्षा सत्र में आधा दर्जन से अधिक शराबी शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है।
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