अंकित सोनी@सुरजपुर। सरकार की वादाखिलाफी को लेकर इन दिनों प्रदेश भर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। जिसके कारण अब इस हड़ताल का सीधा असर नौनिहालों पर पड़ता दिखाई दे रहा है। लगातार अपनी मांगों को लेकर बीच-बीच में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाऐं सरकार से गुहार लगाती रही है। मगर 4 वर्ष बीत जाने के बाद भी जब सरकार ने उनकी सुध नहीं ली तो अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाकर बैठ गई है। जिसके कारण सूरजपुर जिले में भी आंगनबाड़ी केंद्रों में ताला लटका नजर आ रहा है।
वही महिला बाल विकास से संबंधित सभी काम भी ठप हो चुके हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का यह भी कहना है कि सरकार उनको जो मानदेय देती है। वह भी काफी कम है। जिसके कारण उनको अपना घर चलाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जबकि महिला बाल विकास के अलावा भी उनके द्वारा कई विभागों का कार्य का निष्पादन किया जाता है। अपनी 6 सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की मांगों पर सरकार कितना विचार करती है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन आगामी विधानसभा चुनाव में इस अनिश्चितकालीन हड़ताल का असर जरूर देखने को मिलेगा ।