कमलेश हिरा@कांकेर।आज कोई भी व्यक्ति बिजली की बगैर जिंदगी कल्पना भी नहीं कर सकता है. ऐसे में कोयलीबेड़ा ब्लॉक के उरपांजूर गांव के ग्रामीण आजादी के 7 दशक बीत जाने के बाद भी ग्रामीण मूलभूत सुविधा से वंचित है,आपको बता दु इस गांव में पहुंचने के लिए न ही सड़क है,और न बिजली ,गांव के ग्रामीण अंधेरे के साये में अपना जीवन यापन करने को मजबूर हैं, बच्चों को पढ़ाई करने में काफी समस्यायों से गुजरना पड़ता है, गांव में क्रेडा विभाग द्वारा सोलर लाइट लगाई गई है। वो भी महज शोपीस बनकर रह गई है।
विभाग द्वारा सोलर लाइट तो लगा दिया गया। पर आज तक सोलर प्लेट नहीं लगाया गया। ग्रामीण सालों से मांग करते आ रहे हैं,पर आज तक न तो ग्रामीणों की सरकार ने सुनी न किसी जनप्रतिनिधि ने। अभी चुनाव नजदीक है,अब देखना होगा की कौन सी पार्टी सामने आती है और लोक लुभाने वादे करती है।