रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज ग्राम पटेल, कोटवार, होमगार्ड और गौठान प्रबंधन समिति के सम्मेलन कार्यक्रम में मैं आप सभी का स्वागत, अभिनन्दन करता हूँ। छत्तीसगढ़ सरकारी की ओर से मैं आपका आभार व्यक्त करता हूँ।
पिछले 4 दिनों से लगातार कार्यक्रम चल रहा है। 30 तारीख को लगभग 70,000 बेरोजगार साथियों को राशि प्रदान की गई। 1 मई को मजदूर दिवस के दिन मजदूरों को विभिन्न योजनाओं के तहत राशि का वितरण और बोरे बासी दिवस मनाया गया।
2 मई को महिलाओं का दिन था और आज हमारे कोटवार भाई, नगर सैनिक पटेल और एक नया संगठन छत्तीसगढ़ के अलावा और दूसरी जगह ऐसा संगठन नहीं है, गौठान प्रबंधन समिति अस्तित्व में आया है, आज इस सम्मेलन में सभी शामिल है।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था में कोटवार और पटेल का बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है शासन चलाने में कानून व्यवस्था संभालने में नगर सैनिक की बड़ी भूमिका और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को संभालने में हमारे किसान समिति की बड़ी भूमिका तय होने वाली है।
गोवंश के खुले में चराई से कृषि का रकबा कम होने लगा था किसानों को ओनहारी की फसल लेना मुश्किल हो चुका था। ऐसे समय में हमने गौठान की संकल्पना शुरू की।
अब गौठान में गोबर बनाना दिया बनाना गौकाष्ठ, पेंट बनाना और अब तो बिजली बनाने का कार्य शुरू किया गया है। हमने जो व्यवस्था की उसमें 10 हजार गौठानों में से 5000 गौठान स्वावलंबी हो चुके हैं।
जिन गांव के गौठानों में रोजाना 5 क्विंटल गोबर की खरीदी की जाएगी, वहां बिजली बनाने की यूनिट स्थापित की जाएगी।
लगातार हमने प्रयास किया है कि किसी न किसी प्रकार से हर परिवार में शासकीय योजना का लाभ मिले। चाहे 35 किलो चावल हो, चाहे बिजली बिल हाफ योजना हो, चाहे किसान न्याय योजना, सभी योजनाओं का मिल सके। इसी प्रकार मिलजुल कर हम सभी को छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा करना है।
छत्तीसगढ़ में रहने वाले 2 करोड़ 85 लाख लोगों की ही सेवा छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा है।