रायपुर। इंदिरा प्रियदर्शनी महिला सहकारी बैंक घोटाले के आरोपी बैंक मैनेजर उमेश सिन्हा के हुए नार्को टेस्ट और FSL जांच रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। पूर्व में मामले की जांच करने वाली SIT में शामिल पुलिसकर्मियों को भी बुलाकर जांच में मदद ली जाएगी।
बैंक मैनेजर और बैंक संचालक मंडल को नोटिस जारी कर पुलिस दुबारा पूछताछ कर सकती है। शुरुआती जांच में फर्जी एफडीआर बनाकर FDR पर लोन लेकर पैसे का बंदरबांट किया गया। इंदिरा प्रियदर्शनी बैंक घोटाले की ईडी जांच की मांग की। इंदिरा बैंक घोटाला संघर्ष समिति के अध्यक्ष कन्हीया अग्रवाल ने मांग की। कन्हैया अग्रवाल ने संचालक मंडलों पर कई शैल कंपनियां के फर्जी एफडीआर बनाकर करीब 23 करोड़ रुपयों की बंदरबांट के आरोप लगाए।