टीआरपी डेस्क। महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर का छोटे-छोटे बच्चों को होम वर्क दिये जाने को लेकर एक बड़ा बयान आया है। इस मामले को लेकर शिक्षा मंत्री ने कहा है कि वे स्कूल संगठनों, अभिवावकों और अन्य जानकर लोगों से बात-चीत करेंगे। शिक्षा मंत्री छोटे बच्चों को होमवर्क से राहत देने के पक्ष में हैं।
महाराष्ट्र के स्कूल एजुकेशन मिनिस्टर दीपक केसरकर दिए गए बयान के अनुसार ऐसा लग रहा है कि राज्य से होम वर्क दिए जाने का सिस्टम ही खत्म किया जा सकता है। राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री का कहना हैं कि अगर सरकार के स्तर पर अगले साल शुरू होने वाले आगामी शिक्षा सत्र से ही पहली से चौथी क्लास के बच्चों को होम वर्क दिया जाना बंद कर दिया जायेगा तो, छोटे बच्चों पर होम वर्क का बोझ नहीं होगा और उनको खेलने का पर्याप्त टाइम मिलेगा जिससे उनके अंदर की कलात्मकता भी बढ़ेगी।
इस संबंध में राज्य मंत्री ने कहा कि वह शिक्षा विशेषज्ञों से बातचीत करने के बाद ही फैसला करेंगे। अगर सरकार के इस फैसले को मंजूरी मिली तो, यह अगले साल से ही लागू कर दिया जायेगा।
राय मशवरे के बाद होगा फैसला
बता दें कि इस बड़े से फैसले के नतीजे तक पहुंचने से पहले शिक्षा मंत्री पहले शिक्षक संगठनों, स्कूल संचालकों आदि से बात-चीत भी करेंगे। उसके बाद ही कुछ निर्णय लिया जाएगा। उनका कहना हैं कि बच्चे के अंदर कलात्मकता भी बढे़। ऐसा न हो कि यह शिक्षक के लिए जिम्मेदारी से बचने का तरीका बने। शिक्षक विद्यार्थियों को इस तरह से पढ़ाएं कि बच्चों को कम समय में आसानी से समझ में आ जाए, ताकि उन्हें होम वर्क की जरूरत ही न पड़े।
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