कमलेश हिरा@कांकेर। पखांजूर में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष व पखांजूर के पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष असीम राय हत्याकांड मामले में एसआइटी को बड़ी सफलता हाथ लगी है।इस हत्याकांड की जांच के लिए गठित 18 सदस्यी एसआइटी दल ने ग्यारह आरोपियों को पकड़ा है।हालांकि इस हत्याकांड का मुख्य शूटर विकास तालुकदार अभी भी एसआइटी की पकड़ से बाहर है।हत्या का पूरा डील सात लाख रुपये में फिक्स हुआ।एक लाख रुपये में कट्टा खरीदा गया था।आरोपियो से एक पल्सर बाइक और साढ़े तीन लाख रुपये बरामद हुई है।
अब यह साफ हो गया है कि राजनीतिक षड्यंत्र के चलते भाजपा नेता असीम राय की हत्या हुई है।पखांजूर नगर पंचायत अध्यक्ष के अध्यक्ष व कांग्रेस नेता बप्पा गांगुली और कांग्रेस पार्षद विकास पाल ने असीम राय की हत्या की सुपारी दी थी।बता दें कि नगर पंचायत में अध्यक्ष पद को लेकर विवाद चल रहा था।असीम राय के नेतृत्व में नगर पंचायत अध्यक्ष के अध्यक्ष बप्पा गांगुली के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था, जिस पर 15 जनवरी को मतदान होना था।जिससे नगर पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी जाने का भय और विकास पाल का अवैध कब्जा टूटने के भय से विकास और बप्पा ने मिलकर असीम राय की हत्या करवा दी ।
जानिए क्या है पूरा मामला
पखांजूर में बीते सात जनवरी को भाजपा के जिला उपाध्यक्ष व पखांजूर के पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष असीम राय की गोलीमार हत्या कर दी गई थी।यह घटना पुराना बाजार इलाके में हुई। घटना के कुछ देर बाद भाजपा नेता असीम राय के समर्थकों ने पखांजुर में जमकर हंगामा किया था।और पार्षद विकास पाल और नगर पंचायत अध्यक्ष बप्पा गांगुली के घर भी तोड़ फोड़ की घटना को अंजाम दिया था।जिससे लगातार पखांजुर में तनाव की स्थिति निर्मित हो गई थी।
घटना के दूसरे दिन वनमंत्री केदार कश्यप,पवन साय और महेश गागड़ा जैसे तमाम भाजपा के नेता मौके पर पहुंचकर असीम राय के दाह संस्कार में शामिल हुए थे।साथ ही बस्तर आईजी पी सुंदरराज भी मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का मुआयना कर एसआईटी की गठन की गई थी।जो हर पहलुओं पर बारीकी से जांच कर रही थी।और अब ग्यारह आरोपियो को पुलिस ने गिरफ्तार कर दिया है।