रायपुर. छत्तीसगढ़ में ऑनलाइन सट्टा महादेव एप के जरिए करोड़ों रुपए का गोरखधंधा चलाने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित दर्जनभर लोगों के खिलाफ दुर्ग व रायपुर पुलिस ने लुकआउट सर्कुलर जारी किया है. इस मामले में दुर्ग पुलिस के साथ-साथ रायपुर पुलिस द्वारा लगातार कार्रवाई की गई है, लेकिन मुख्य आरोपी अभी भी पकड़ में नहीं आए हैं. राज्य सरकार द्वारा ऑनलाइन सट्टा को गैर जमानती अपराध के अंतर्गत लाया जा चुका है, इसलिए अब पुलिस फिर से फरार आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.
दुर्ग में सबसे पहले ऑनलाइन सट्टा का खेल फूटा था. इसमें दो नाम जो प्रमुखता से सामने आए थे, उनमें सौरभ और रवि उप्पल थे. जो जानकारी है, उसके मुताबिक दोनों जूस और टायर की दुकान चलाते थे, फिर अचानक करोड़ों के आसामी बन गए. महादेव एप के जरिए जब सट्टेबाजी का खेल सामने आया, तब दुर्ग के साथ-साथ राजधानी की पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की थी. हालांकि मुख्य आरोपियों को पकड़ा नहीं जा सका, जिसके बाद लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है. इन आरोपियों की एयरपोर्ट पर निगरानी की जाएगी, जिससे देश से बाहर जाने या किसी दूसरे देश में मौजूदगी का पता चलते ही गिरफ्तार किया जा सके.
बता दें कि राज्य में ऑनलाइन सट्टे का खेल सामने आने के बाद सीएम भूपेश बघेल ने काफी नाराजगी जताई थी. इसके बाद राज्य सरकार की ओर से विधानसभा में संशोधन विधेयक लाकर ऑनलाइन जुआ-सट्टा को गैर जमानती अपराध की श्रेणी में लाया गया है.
इधर, राज्य सरकार ने जारी की एडवायजरी
राज्य सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम 2022 लागू करने के साथ ही सभी समाचार माध्यमों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है, जिसमें ऑनलाइन जुआ-सट्टा के विज्ञापन पर प्रतिबंध रहेगा. इसके बावजूद विज्ञापन जारी करने पर तीन साल की सजा और 50 हजार रुपए जुर्माने का प्रावधान है.