रायपुर। मुख्यमंत्री भुपेश बघेल दिल्ली दौरे पर रवाना हुए। कल नीति आयोग की बैठक में शामिल होंगे। कई मुद्दों पर मीडिया को बयान दिया। झीरम घटना को लेकर एनआईए की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए।
इस दौरान सीएम बघेल ने कहा कि चार्जशीट में रमन्ना और गणपति के नाम हटाने को लेकर सवाल किया था।
क्या गणपति ने सरेंडर किया है, कहां किया है..? क्या उसे नक्सल नीति के तहत उसे ट्रीट किया गया है..? मैं प्रमाण दे रहा हूं, भाजपा जवाब दे। गुर्सा उसेंडी का बयान लेने कोर्ट ने आदेश दिया था लेकिन किसके दबाव में उसका बयान दर्ज नहीं किया गया।
संसद भवन के उद्घाटन विवाद पर बघेल ने कहा कि विधानसभा का उद्घाटन नहीं शिलान्यास किया गया था।
उसमे विपक्ष भी शामिल हुआ था, धर्मलाल कौशिक नेता प्रतिपक्ष का नाम भी है। उनकी सहमति से हुआ… लेकिन दिल्ली में तो बातचीत भी विपक्ष से नहीं किया जाता। यही तो अंतर है।