मुंबई : निर्वाचन आयोग ने उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुटों को पार्टी के नाम शिवसेना और उसके धनुष और तीर चुनाव चिह्न का उपयोग करने से रोक दिया है. आयोग ने उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुट को 10 अक्टूबर तक का समय दिया है. दोनों गुटों ने शिवसेना पर अपना-अपना दावा ठोका है और चुनाव चिह्न को भी अपना बताया है.
चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे गुट से शिवसेना के नये चुनाव चिह्न की प्राथमिकता के बारे में पूछा और नये चुनाव चिह्न के लिए 10 अक्टूबर तक का समय दिया.
महंगाई की मार : दिल्ली में CNG की कीमत 3 रुपये बढ़ी
निर्वाचन आयोग ने ठाकरे और शिंदे गुटों को पार्टी के नाम और उसके चुनाव चिह्न का उपयोग करने से रोक दिया है. जिसके बाद एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे गुट इसके चुनाव चिह्न का प्रयोग फिलहाल नहीं कर सकते हैं.
चुनाव आयोग ने उप चुनाव के लिए दोनों गुटों से नये चुनाव चिह्न मांगे हैं, ताकि दोनों गुट उप चुनाव में मैदान पर उतर पायें. निर्वाचन आयोग ने अंतरिम फैसले में कहा कि महाराष्ट्र उपचुनाव में शिवसेना के दोनों गुट नये नामों का चयन कर सकते हैं, उन्हें चुनाव चिन्ह आवंटित किया जाएगा. 10 अक्टूबर को दोपहर एक बजे तक दोनों पक्षों को फ्री चुनाव चिह्न पेश करने के लिए कहा गया है.
शिंदे गुट ने अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव के मद्देनजर चुनाव चिह्न आवंटित करने की मांग की थी
मालूम हो एकनाथ शिंदे गुट ने एक ज्ञापन सौंपकर अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव के नजदीक होने के मद्देनजर तीर धनुष चुनाव चिह्न आवंटित करने की मांग की थी. आयोग ने ठाकरे को लिखे एक पत्र में उनसे आवश्यक दस्तावेजों के साथ आठ अक्टूबर को अपराह्न दो बजे तक जवाब देने को कहा था.
The post चुनाव आयोग ने शिवसेना के चुनाव चिह्न को किया फ्रीज, शिंदे और ठाकरे गुट को 10 अक्टूबर तक का समय appeared first on Clipper28.