बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की अनेक खराब सड़कों को लेकर दायर जनहित याचिका पर चल रही सुनवाई के दौरान न्याय मित्रों ने हाइकोर्ट को बताया कि टाटीबंध, धर्मजयगढ़, सेंदरी सहित कई स्थानों के चौक- चौराहे पर दुर्घटनाएं हो रही हैं। कोर्ट ने राज्य सरकार और एनएचएआई को स्टेटस रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
गौरतलब है कि हाईकोर्ट में अधिवक्ता हिमांक सलूजा ने एक जनहित याचिका दायर की थी जिसमें बिलासपुर नगर निगम क्षेत्र की बदहाल सड़कों को लेकर शासन को निर्देश देने की मांग की गई थी। इस पर हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेकर प्रदेश भर की खराब सड़कों को सुनवाई के दायरे में लिया है। छत्तीसगढ़ की कई सड़कों के बारे में न्याय मित्र अधिवक्ता राजीव श्रीवास्तव, प्रतीक शर्मा और छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के वकील आशुतोष कछवाहा की ओर से रिफरेंस प्रस्तुत किए जा चुके हैं। सोमवार की सुनवाई के दौरान न्याय मित्रों ने प्रस्तुत रिपोर्ट में बताया कि प्रदेश के विभिन्न सड़कों के निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया है कि जगह-जगह दुर्घटनाएं हो रही हैं।
रायपुर के टाटीबंध चौक पर लंबे समय से बन रहे ओवरब्रिज के कारण हादसे हो रहे हैं और जाम की स्थिति रहती है, जिससे लोगों को खासी परेशानी हो रही है। न्याय मित्रों ने हाटी-धर्मजयगढ़-पत्थलगांव सडक़ मार्ग के निर्माण कार्य को भी देखा। यहां भारतमाला परियोजना के अंतर्गत कार्य हो रहा है। धर्मजयगढ़ से हाटी तक 24 किलोमीटर की सिंगल लेन का काम पिछले 5 साल से चल रहा है, लेकिन अधूरा है।
बिलासपुर से अंबिकापुर जाने वाले मार्ग पर सेंदरी चौक पर लगातार दुर्घटनाएं हो रही है। इस चौक पर सात दुर्घटनाएं हाल के दिनों में हुई हैं, जिनमें तीन लोगों की मौत भी हो गई। पूर्व के प्रतिवेदन में न्याय मित्रों ने यहां पर अंडरपास बनाने की सिफारिश की थी, लेकिन एनएचएआई ने अब तक काम शुरू नहीं किया है। एनएचएआई की ओर से बताया गया है कि इसके लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करने के लिए राज्य शासन को लिखा गया है। प्रकरण पर अगली सुनवाई 17 अप्रैल को होगी।
Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्राम, कू पर