बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में मंगलवार को हुए नक्सली हमले में 3 जवान शहीद हो गए। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब नक्सलियों के हमले में इतनी बड़ी तादाद में जवान शहीद हुए हैं।
कई साल पहले हुए जीरम घाटी हमले के बाद इसे हाल का सबसे बड़ा नक्सली हमला माना जा रहा है। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब नक्सलियों के हमले में इतनी बड़ी तादाद में जवान शहीद हुए हैं। आइए आपको बताते हैं 10 ऐसे ही हमलों के बारे में।
- छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में सबसे बड़ा नक्सली हमला 6 अप्रैल 2010 को हुआ था जिसमें 76 जवान शहीद हो गए थे।
- 25 मई 2013 जीरम घाटी हमला हुआ था। उस हमले में नक्सलियों ने एक परिवर्तन यात्रा पर हमला कर दिया था जिसमें कांग्रेस के शीर्ष नेताओं सहित 30 से ज्यादा लोग मारे गए थे।
- एक बार फिर 11 मार्च 2014 को जीरम घाटी पर हमला हुआ था जिसमें 14 जवान शहीद हो गए थे।
- 12 अप्रैल 2014 को छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सली हमला हुआ था जिसमें 5 जवानों समेत 14 लोगों की मौत हो गई थी।
- अगस्त 2014 में छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों की गोलीबारी में सीआरपीएफ के तीन जवान घायल हो गए थे।
- अप्रैल 2015 में छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में हुए नक्सली हमले में नक्सलियों के बिछाए बारुदी सुरंग के फटने से सुरक्षा बल के 4 जवान शहीद हो गए जबकि 8 घायल हो गए थे।
- मार्च 2017 में बस्तर में हुए नक्सली हमले में CRPF की 219वीं बटालियन के जवान शहीद हो गए थे।
- मार्च 2017 में ही छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में लैंडमाइन ब्लास्ट में CRPF के 7 जवान मारे गए।
- पिछले महीने 11 मार्च को नक्सलियों ने सीआरपीएफ की 219वीं बटालियन को निशाना बनाया था जिसमें 12 जवान शहीद हो गए थे।
- आज हुए नक्सली हमले को 2017 का सबसे बड़ा नक्सली हमला माना जा रहा है। जिसमें 25 सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए।
11.मार्च 2018: सुकमा के भेज्जी में नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ पुलिस के दो जवानों की हत्या कर दी.
- अप्रैल 2021: बिजौर और सुकमा जिले की सीमा पर स्थित टेरम जंगलों में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में 22 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए।