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छत्तीसगढ़ विधानसभा सदन में उठा नल-जल योजना के तहत पानी टंकी निर्माण का मामला
विधानसभा

रायपुर। गुरूवार को दूसरे दिन की सदन की कार्यवाही शुरू हो चुकी है। पहले सेशन में प्रश्नकाल शुरू हुआ। जिसमें सिहावा विधायक लक्ष्मी ध्रुव ने नल-जल योजना के तहत पानी टंकी निर्माण का मामला उठाया। पीएचई मंत्री रूद्र गुरू से सवाल करते हुए लक्ष्मी ध्रुव ने कहा- जितनी भी टंकी और पाइप लाइन के ‌काम में सड़कों की खुदाई हुई है, वहां गड्ढों को सही तरीके से नहीं भरा गया‌ है, जिससे हादसे हो रहे हैं। कई गांवों में सूखे की स्थिति है, वहां नलों से पानी की मांग की। मंत्री रूद्र गुरू ने सदन से ही सड़कों की मरम्मत के निर्देश अधिकारियों को दिये, गांवों में भी पानी पहुंचाने का आश्वासन दिया।

विपक्ष के विधायक अजय चंद्राकर ने गांवों में पानी सप्लाई का भौतिक सत्यापन करने की मांग रखी, मंत्री ने सदन में भौतिक सत्यापन कराने की मौखिक स्वीकृति दी।

प्रश्नकाल के दौरान सदन में प्रदेश में तेंदूपत्ता खरीदी का मामला उठा। बीजेपी विधायक सौरभ सिंह ने वन मंत्री मोहम्मद अकबर से सवाल पूछा- पिछले 3 वित्तीय वर्ष और वर्तमान वितीय वर्ष में 6 फरवरी 2023 तक प्रदेश में कुल कितनी तेंदुपत्ता की खरीदी हुई? प्रतिवर्ष उन पत्तो का कितना भुगतान किया गया है? पत्तों की नीलामी के बाद छत्तीसगढ़ लघु वनोपज संघ को कितना राजस्व का लाभ व कितना नुकसान हुआ है?

जवाब में वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने लिखित जानकारी दी –

वर्ष 2019-20 में 602.24 करोड़
वर्ष 2020-21 में 389.15 करोड़
वर्ष 2021-22 में 522.20 करोड़
वर्ष 2022-23 में 631.76 करोड़ की खरीदी हुई।

सौरभ सिंह ने कहा- 4 सालों में सिर्फ 5 प्रतिशत ही ग्रोथ कैसे हुआ? मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा- तेंदूपत्ता जीतना उगेगा उसी मुताबिक उसकी खरीदी बिक्री होगी। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी समितियों के जरिए संग्रहण हो रहा है। सौरभ सिंह ने कहा- लघु वनोपज संघ 1 रुपये का कमीशन लेकर काम करती है तो संग्रहण केंद्रों में नुकसान की भरपाई कैसे होती है? मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा- लाभ का 15 प्रतिशत नुकसान वाली समितियों को दिया जाता है।

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