विश्वनाथ गुप्ता@धमतरी। जिले में सट्टा जुआ आम बात है। अभी ताजा जानकारी में कहे तो केरेगांव थाना क्षेत्र के जंगलो में एक तथा कथित भाजपा नेता ने इस फिल्ड की बागडोर संभाल रखी है। कहने को भाजपा नेताओ के आगे पीछे मंडराकर, फोटो खिचवाना और भाजपा का कर्मठ कार्यकर्त्ता खुद को दिखाना चाहता है। पर असल खेल कुछ और है जुआं खेलने के शौक ने उसे जुआं खेलाउ माफिया बना दिया है।शहर के कुछ पुराने जुआरियों संग आजकल केरेगाँव के जंगलो में बावन परी से नाचा करा रहा है। जिसमे शहर के और दूसरे शहर के साथ ही आसपास के गाँव के जुआरी किस्मत आजमा रहे हैं। सूत्रो की माने तो रोज 25 लाख रुपए के आसपास जुआं खेलाया जा रहा है।
शकरवारा गाँव में जुआं खेलते, खिलाते पकड़ा चुका है।पुलिस भी इस पर इतनी मेहरबान क्यों है, पता नहीं। शायद पान में सुपारी, लौंग, इलायची सभी की जरुरत है। इन जैसे लोग सिर्फ नाम ही खराब करते है। बड़ी पार्टियों को सतर्क रहना चाहिए और स्वच्छ छबि के नेताओं को इनसे दुरी बना कर रखना चाहिए।
क्यों कि कहावत है गेंहू के साथ घुन भी पिस्ता है खैर यह अपना मुद्दा नहीं है। ये जुआरी कई पुलिसवालों की भी छवि ख़राब कर रहा है। बाहर से आने वाले जुआरियों के लिए थाना सेट है। उन्हें कोई डर नहीं है कह कर जुआ खेलने बुलाते हैं, पर सच्चाई कुछ और है। अब देखना यह है कि पुलिस चोर पुलिस के खेल में आखिर क्या कार्यवाही करती है।