गोपाल शर्मा@जांजगीर-चांपा। जिला मुख्यालय के टीसीएल कॉलेज प्रबंधन पर परीक्षा में गड़बड़ी करने के आरोप लगे हैं। इससे महाविद्यालय परिसर में परीक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। गड़बड़ी की शिकायत प्राचार्य से की गई है। शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि यहां के स्टॉफ के द्वारा ही अपने परिचितों को बिना परीक्षा में बैठे ही उसे घर में पेपर दिलवाकर अनुचित तरीके से फायदा दिलाया गया है। इस कार्य में परीक्षा केंद्राध्यक्ष की भूमिका पूरी तरह से संदिग्ध है। शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाते हुए प्राचार्य को बताया है कि कालेज का भृत्य मनोज यादव ने अपनी पत्नी के लिए एमए की तृतीय पाली की परीक्षा में फार्म भरा था। वह निर्धारित समय में नही पहुंची थी बाद में गई और परीक्षा केंद्र में दरियादिली दिखाई गई है। परीक्षा केंद्र में प्राचार्य अनुपस्थित रहती है। ऐसे में बेजा फायदा उठाना लाजमी है।
फिलहाल परीक्षा केंद्र के प्रभारी ने स्पष्टीकरण भी देने की बात कही है। प्रबंधन पर लगे आरोप जो बाद में जब परीक्षा समाप्त हो जाता है तब उक्त परीक्षार्थी द्वारा घर से पेपर लिखकर उत्तरपुस्तिकाओं के बंडल में उसकी उत्तरपुस्तिका जमा कर दी जाती है। इस कार्य में पूरा स्टॉफ संलिप्त रहता है। इससे टीसीएल कालेज सुर्खियों में आ गया है। इसका सीधा संदेह प्राचार्या पर जाता है, इनकी इस तरह गैरजिम्मेदाराना रवैया उनकी कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है।
परीक्षार्थी के लेट आने की बात को स्वीकारा, बाकी आरोपों को बताया निराधार
परीक्षा में लापरवाही बरतने के आरोप के संबंध में जब परीक्षा केंद्र प्रभारी से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि परीक्षार्थी परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे बाद आई थी विश्वविद्यालय के नियमानुसार ही उसे प्रवेश दिया गया है। उससे ज्यादा समय लेट पहुंचती तो उसकी उपस्थिति दर्ज नहीं की जाती। वही इस संबंध में स्पष्टीकरण देने की बात भी कही है।
दिया स्पष्टीकरण फुटेज की जांच करने बात कही
आरोप लगाते हुए प्राचार्या से की गई शिकायत को लेकर परीक्षा केंद्र प्रभारी डॉ. एसके मधुकर ने स्पष्टीकरण सौंपा है। जिसमें उन्होंने जिक्र किया है कि परीक्षार्थी प्रीति यादव परीक्षा समय से आधा घंटा लेट पहुंची, मगर किसी तरह से उत्तर पुस्तिका में छेड़छाड़ नहीं की गई है और ना ही किसी परिचित या संबंधित को नियम विरुद्ध लाभ दिलाया गया है। मामले को लेकर सीसीटीवी फुटेज भी चेक करने की बात कही है।