अंकित सोनी@सूरजपुर। जिले के करंजी गांव से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक कलयुगी दादी ने अपनी पोती को लड़की होने की वजह से कुएं के पानी में डुबोकर मार डाला।
जानकारी के मुताबिक बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ स्लोगन तो आप सबने सुना ही होगा। आज के युग में लड़कियां किसी भी मामले में लड़कों से कम नहीं है। फिर भी दकियानुसी सोच की वजह से हमारे बीच कलयुगी राक्षस समाज में मौजूद हैं जिनकी दरिंदगी की वहज से नन्ही जानों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है। ऐसी ही एक घटना सूरजपुर के करंजी इलाके से निकल कर सामने आई है। जहां पोते की चाहत में हैवान दादी ने अपनी पोती की जान ले ली है। जिसके बाद इस घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है ।
दरअसल यह पूरा मामला सूरजपुर जिले के करंजी गांव का है। जहां 1 अप्रैल को एक मासूम बच्ची का कुएं में शव मिला था। बच्ची अपनी मां के साथ सो रही थी तभी अचानक वह बच्ची वहां से गायब हो जाती है। माँ जब नींद से जगती है तो बच्ची नहीं मिलने पर घबराकर घर वालों के साथ अपने कलेजे के टुकड़े को ढूंढने लगती है। पर कहीं नहीं मिलने पर घर वाले पुलिस को सूचना देते है। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंचती है और कई पहलुओं से जांच करती है। जिसके बाद घर में ही कुँआ को जब देखा जाता है तो 19 दिन की नवजात बच्ची का शव पानी में तैर रहा था। जिसके बाद शव का पुलिस पोस्टमार्टम कराने के बाद मामले को गंभीरता से लेकर छानबीन में लग जाती है।
कई लोगों से पूछताछ के बाद पुलिस जब बच्ची की दादी से पूछताछ किया गया तो जो सच सामने आया उसने पुलिस के भी होश उड़ा कर रख दिए। बच्ची की दादी ने गुनाह कबूल करते हुए बताया कि उसे लड़का चाहिए था पर लड़की हो गई थी। इसी से वह बहुत ज्यादा गुस्से में थी और आखिरकार 19 दिन के बाद अपने गुस्से को रोक नहीं पाई और उस मासूम बच्ची को कुएं में फेंक कर मार डाली। बहरहाल अब पुलिस ने हैवानियत की हदें पार करने वाली क़लयुगी दादी को सलाखों के पीछे भेज दिया है।