नई दिल्ली। 29 और 30 अप्रैल की दरम्यानी रात को दिल्ली के कस्तूरबा गांधी मार्ग और टॉल्सटॉय मार्ग के चौराहे पर एक एसयूवी ने बाइक सवार दो लोगों को टक्कर मार दी. दीपांशु वर्मा (30) कार की छत पर गिर गए, जिससे वे टकरा गए।
एसयूवी रुकी नहीं और लगभग 3 किलोमीटर तक दीपांशु के शव को ढोती रही।एक चश्मदीद मोहम्मद बिलाल ने अपने स्कूटर पर कार का पीछा किया और कार की छत पर पड़े दीपांशु के शव का वीडियो बना लिया। बिलाल द्वारा हॉर्न बजाकर और चिल्लाकर ड्राइवर को सचेत करने की कोशिशों के बावजूद कार नहीं रुकी। करीब तीन किलोमीटर तक बिना रुके गाड़ी चलाने के बाद आरोपी दीपांशु के शव को इंडिया गेट के पास फेंक कर फरार हो गए।
हादसे में दीपांशु वर्मा की मौत हो गई, जबकि उसका चचेरा भाई मुकुल गंभीर रूप से घायल हो गया और उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। दिल्ली पुलिस ने इस घटना को लेकर हत्या का मामला दर्ज किया और हरनीत सिंह चावला के रूप में पहचाने गए संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया है। कार में उनके साथ उनका परिवार भी था। दीपांशु वर्मा ज्वैलरी की दुकान चलाता था और इकलौता बेटा था। उनके परिवार में उनके माता-पिता और एक बहन है।
यह घटना दोपहिया वाहन पर सवार 20 वर्षीय अंजलि सिंह को एक कार से टक्कर मारने और सुल्तानपुरी से कंझावला तक 10 से 12 किलोमीटर तक घसीट कर ले जाने के महीनों बाद हुई है।